Kanpur: महाशिवरात्रि पर इस बार बन रहा विशेष संयोग; इस तरह करें पूजा, भगवान शिव को अर्पित करें ये सामान...
कानपुर, अमृत विचार। महाशिवरात्रि पर इस बार विशेष संयोग पड़ रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार शुक्रवार को भक्त सर्वार्थ सिद्धि योग में त्योहार मनाएंगे। शिव मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। जागेश्वर मंदिर में महादेव का दूल्हे के रूप में शृंगार भक्त देख सकेंगे। परमट स्थित आनंदेश्वर मंदिर में भक्तों के लिए बड़ी स्क्रीन लगाई जाएगी।
ज्योतिषाचार्य पं. मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि इस बार महाशिवरात्रि का पर्व आठ मार्च दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा।
पंचांग के अनुसार इस दिन कई शुभ योग एक साथ बन रहे हैं। इसलिए पर्व बहुत शुभ फल देने वाला माना जा रहा है। महाशिवरात्रि सर्वार्थ सिद्धि योग जैसे कई बेहद शुभ योग में मनाई जाएगी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती की वैवाहिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। शिवपुराण में बताया गया है कि जो लोग विवाहित हैं उन्हें अपने जीवनसाथी के साथ इस दिन पूरे विधि विधान से महाशिवरात्रि की पूजा करनी चाहिए।
मान्यता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में महाशिवरात्रि का व्रत करने और पूजा करने से भक्त के कार्यों में मनचाही सफलता हासिल होती है। इसके अलावा कार्य में आने वाली बाधा भी दूर होती है। महाशिवरात्रि पर शिव योग का संयोग भी बना है। शिव योग साधना, मंत्र, जप और तप के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।
महाशिवरात्रि पर निशीथ काल की पूजा के वक्त ज्योतिषाचार्य सिद्धि योग का होना बता रहे हैं। मान्यता है कि इस काल में शिव साधना का संपूर्ण फल भक्त को हासिल होता है। महाशिवरात्रि पर परमट स्थित आनंदेश्वर मंदिर में सुरक्षा को लेकर खास तैयारी शुरू हो गई है।
मंदिर में आने वाली भीड़ को देखते हुए बैरियर और सीसीटीवी की संख्या में इजाफा किया जाएगा। 50 अतिरिक्त सेवक भी लगाए जाएंगे। सिद्धानाथ घाट में गुब्बारों और फूलों का शृंगार किया जाएगा। पीरोड स्थित वनखंडेश्वर मंदिर में भी विशेष शृंगार के बीच दर्शन भक्तों को हो सकेंगे।
शिव बारात में शामिल होंगे 31 रथ
महाशिवरात्रि में लाल बंगला से निकलने वाली शिव बारात 31 रथ शामिल किए जाएंगे। यह मठ मंदिर समन्वय समिति के संरक्षक बाल योगी अरुणपुरी चैतन्य जी महाराज ने बताया कि शिव बारात में सजीव झांकी होगी।
एक दिन पहले हल्दी-मेहंदी
नवाबगंज स्थित श्री जागेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री प्राण श्रीवास्तव ने बताया महादेव के विवाह का आयोजन मंदिर में एक दिन पहले शुरू हो जाएगा। सात मार्च को तीन सौ महिलाएं मेहंदी रस्म में बाबा व मां पार्वती को हल्दी चढ़ाएंगी। मंदिर में इस अवसर पर शहनाई भी बजाई जाएगी।
कैसे करें पूजा
1. मिट्टी के बर्तन में पानी या दूध भरकर रखें। इसमें कुछ बेलपत्र, धतूरा-आक के फूल, चावल आदि डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। अगर आसपास शिव मंदिर नहीं है तो घर में मिट्टी से शिवलिंग बनाकर पूजा करनी चाहिए।
2. इस दिन शिव पुराण का पाठ करना चाहिए और महामृत्युंजय या शिव के 5 अक्षर वाले मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप करना चाहिए। साथ ही महाशिवरात्रि की पूरी रात जागरण करना चाहिए।
