पीलीभीत: काम को नहीं मिली रफ्तार तो इस गर्मी भी पड़ेगी अघोषित कटौती की मार, जानिए पूरा मामला...
पीलीभीत, अमृत विचार: जर्जर और झूलते तारों की समस्या का समाधान कराने के लिए डेढ़ माह से काम चल रहा है। पावर कारपोरेशन के जिम्मेदारों की मानें तो कई जगह बंच केबल डाली भी जा चुकी है। मगर अभी भी व्यस्ततम इलाकों में पावर कारपोरेशन के जर्जर संसाधन राहगीरों के सिर पर मंडराते काल की तरह दिखाई दे रहे हैं।
जिससे हादसे का डर तो बना हुआ है ही, बिजली संकट के भी हालात आए दिन बन रहे हैं। तीन माह में पूरे होने वाले काम में अभी आधे शहर में भी बंच केबल नहीं डाली जा सकी है। मार्च का पहला सप्ताह भी बीत चुका है। ऐसे में काम को रफ्तार न मिली तो इस बार भी गर्मी में बिजली संकट से जूझना पड़ जाएगा।
शहर में लंबे समय से जर्जर और झूलते तारों की समस्या बनी हुई है। कई बार इसे लेकर प्रस्ताव बन चुके हैं और इनका सुधार कराने के भी दावे किए गए। मगर, मुहिम धरातल पर नहीं दिख सकी। रिवैम्पड योजना के तहत अब जनवरी माह से काम शुरू कराया गया है। जिसके तहत खुली तारों के स्थान पर बंच केबिल बिछाई जा रही है। इसको शुरू हुए करीब डेढ़ माह का समय बीत चुका है।
अफसरों की मानें तो तीन माह के भीतर पूरा काम होना है, लेकिन अभी अधिकांश इलाकों में हालात जस के तस बने हुए हैं। ऐसे में नियत समय में काम पूरा होने और समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा।इस पर उपभोक्ताओं के बीच संशय की स्थिति बनी हुई है। आलम ये है कि आबादी वाले इलाकों में तार इतना नीचे आ चुके हैं, कि हाथ उठाकर ही उन्हें छू लिया जाए।
तेज हवा चले या फिर मामूली बारिश हो जाए। फाल्ट के नाम पर बिजली घंटों गुल रहती है। इसकी बानगी बीते शुक्रवार की रात से रविवार रात तक रुक-रुक हुई बारिश के दौरान ही सामने आ चुकी है। फिलहाल जिम्मेदार जल्द राहत मिलने की बात कह रहे हैं। गर्मी में बिजली कटौती की समस्या अधिक रहती है। जर्जर संसाधनों का सुधार न हुआ तो इस बार भी बिजली की अघोषित कटौती की मार शहरवासियों के लिए मुसीबत का सबब बनी रहेगी।
चंद दिन पहले ट्रक में फंस गए थे बिजली के तार
वैसे तो कई बार बारिश के दौरान घरों के पास से गुजरते बिजली तारों से करंट दीवारों पर उतर चुका है। इसके अलावा कई बार तार टूटकर भी गिर चुके हैं। इतना ही नहीं अभी करीब पखवाड़ा भर पहले ही खकरा पुलिस चौकी से नकटादाना जाने वाले मार्ग से गुजर रहा एक ट्रक में झूलते तार फंस गए थे।
हालांकि उस वक्त बिजली सप्लाई नहीं थी। मगर तार को वापस निकालने में काफी देर सप्लाई बंद की गई थी। इसी तरह से पूरनपुर के शेरपुरकलां में भी निजी बस में तार फंसने के दौरान खलबली मच गई थी। बस में कई यात्री सवार थे और हादसा टल गया था।
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