लखीमपुर-खीरी: बेटा-बेटी के बाद पति की मौत, सूचना मिलते ही पुत्र को सीने से लगाकर दहाड़ पड़ी जसवंती

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Published By Vikas Babu
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार: थाना खीरी क्षेत्र के गांव रुद्रपुर में हुए भीषण अग्निकांड में झुलसे पिता की भी उपचार के दौरान लखनऊ में मौत हो गई। पति की मौत होने की मनहूस खबर आते ही अग्निकांड में छोटे बेटे और पुत्री को खोने वाली जसवंती इकलौते बचे बेटे अमित को सीने से चिपका कर दहाड़ पड़ी। उसके आंखों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। हर कोई विलख रही जसवंती और उसके बेटे को देखकर दुखी थी।

गांव रुद्रपुर खुर्द में बुधवार की देर रात रामपाल के घर उस वक्त आग लग गई थी। जब पूरा परिवार गहरी नींद में सोया हुआ था। आंच लगने पर जब तक वह और उठे और परिवार वालों को उठाया। तब आग ने सभी को चारों तरफ से घेर लिया था। आग की लपटों के बीच किसी तरह से रामपाल, उनकी पत्नी जसवंती, पुत्र अमित और पुत्री अंजली ने भागकर जान बचाई, जबकि उनका दस साल का बेटा अंकित जिंदा जल गया था। 

झुलसे सभी घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया, जहां से हालत गंभीर होने पर रामपाल (48) और उसकी बेटी अंजली (15) की हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने लखनऊ केजीएमयू भेज दिया था, जहां अंजली ने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया था। उसकी मां जसवंती और भाई अमित को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई थी।  शनिवार की सुबह इलाज के दौरान रामपाल की भी मौत हो गई। 

मौत की मनहूस खबर घर आते ही जसवंती ने अपने इकलौते बचे बेटे को सीने से चिपका लिया और फूट-फूटकर रोने लगी। वह बार बार यही कह रही थी कि आखिर ऐसी उससे कौन से गलती हो गई जो भगवान ने पहले उसके बेटे-बेटी को छीना और अब पति को भी छीन लिया।

उसका करुण क्रंदन देख ग्रामीण भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। बड़ी संख्या में ग्रामीण और आसपास की महिलाएं बिलख रहे परिवार वालों को ढांढस बंधा रहीं थीं। रामपाल की मौत से घर में कोहराम मचा है। एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से गांव में भी मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस शव का पोस्टमार्टम करवा रही है।

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