मेडिकल स्टोर्स पर नहीं बिकेंगी ये 22 दवाएं, औषधि विभाग ने लगाया प्रतिबंध
आयुर्वेद में एलोपैथ के रसायन के मिलावट के धंधे का भंडाफोड़, जांच में मिलावटी पायी गयी दवाएं
गोंडा, अमृत विचार। औषधि प्रशासन की पड़ताल में हिमालया, इमामी और दिव्य फार्मेसी जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों की दवाओं में मिलावट पायी गयी है। मिलावट मिलने पर लिव- 52 समेत 22 तरह की दवाओं की बिक्री पर औषधि विभाग ने प्रतिबंध लगा दिया है। अब यह दवाएं मेडिकल स्टोर्स पर नहीं बिक सकेंगी। अगर कोई स्टोर संचालक इन दवाओं को बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में आयुर्वेदिक विभाग के लाइसेंस प्राधिकारी ने सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखा है।
आयुर्वेद को बढ़ावा देने के नाम पर कई कंपनियों ने लूट खसोट का धंधा अपना लिया। आयुर्वेदिक दवाओं में एलोपैथ के रसायन मिलाकर धंधा चोखा करने वाली कंपनियों की कई दवाएं जांच में नकली मिलीं। आयुर्वेद निदेशालय ने जांच में पाया कि देश भर की अलग-अलग कंपनियों ने जो प्रोडक्ट बाजार में बेच रही हैं उनमें अभी तक 22 दवाएं नकली पाई गई हैं। इनमें लिवर की दवा हिमालया की लिव-52 भी शामिल हैं। इनकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है। आयुर्वेदिक एवं यूनानी निदेशालय ने साल 2022 से लेकर अब तक कराई गई जांच व लिए गए सैंपल में बड़ा गड़बड़झाला मिला है। निदेशक आयुर्वेदिक सेवाएं पीसी सक्सेना ने बीते 12 मार्च को जारी सूची में बताया है कि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी निरीक्षकों, अधिकारियों व अन्य तरह की जांच की गई। लिए गए सैंपल को राजकीय विष्लेषण प्रयोग शाला में जांच के लिए भेजा गया। जांच रिपोर्ट में 22 आयुर्वेदिक दवाओं में एलोपैथ की दवाओं का भारी मात्रा में अपमिश्रण पाया गया। निदेशक ने इन सभी दवाओं को नकली व अपमिश्रित घोषित करते इनकी बिक्री पर रोक लगा दी है।
इन कंपनियों की दवाओं में मिली मिलावट
मेसर्स विश्वास अंबाला की विश्वास गुड हेल्थ कैप्सूल, गोपाल हर्बल्स फरीदाबाद का पेननिल चूर्ण,एटफिट चूर्ण, अमृत आर्यवेदिक चूर्ण, स्लीमेक्स चूर्ण, जेडी स्वामी आयुर्वेदा की दर्दमुक्ति चूर्ण, बाला जी हर्बल पंजाब का आर्थोनिल चूर्ण, योगी केयर हर्बल हिमाचल प्रदेश का योगीकेयर, जमना हर्बल मध्यप्रदेश का माइकान गोल्ड कैप्सूल, एंबिक आयुर्वेद मेरठ का डाइबियंट शुगरकेयर, रेनोविजन झारखंड का हाईपावर मूसली कैप्सूल, अमृत आयुर्वेद फार्मेसी राजस्थान डाइबीयोग केयर, ईमामी गुजरात का झंडू लालिमा ब्लड एंड स्किन प्यूरीफायर,हाइटो हर्बल मेरठ का हेल्थ गुड सीरप, अफलाटस फार्मास्युटिकल का हेपलिव डीएस, हिमालय वेलनेस कर्नाटक सिस्टोन सीरप, अक्षय आयुर्वेद भवन फरुखाबाद का बायना प्लस आयल, यूनाइटेड फार्मास्युटिकल का वातारिन आयल, हिमालया वेलनेस का लिव-52 व एचपीआर फार्मूलेशन हैदराबाद का न्यू रिविल, स्टारमड फार्मूलेशन फरीदाबाद का बोस्टा एमआर टैबलेट शामिल है।
पड़ताल में 10 दवाएं मिली नकली
आयुर्वेद विभाग की पड़ताल में 10 दवाएं नकली भी पायी गयी है। इनमें ज्वाला दाद, रूमो प्रवाही, सुंदरी कल्प सिरप ,त्रयोदसंग गूगुल,वेदांतक वटी, ऐसी न्यूट्रल लिक्विड ,आंवला चूर्ण, सुपरसोनिक कैप्सूल, बोस्टा400 टेबलेट, बायना प्लस कैप्सूल शामिल हैं। लाइसेंस प्राधिकारी निदेशक पीसी सक्सेना की ओर से कहा गया है कि पूरे प्रदेश में इन दवाओं के उत्पाद व बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाना आवश्यक है।
.jpg)
ये भी पढ़ें -बदायूं: नींद की गोलियां ले जा रहा था युवक, पुलिस ने पकड़ा और भेज दिया जेल...जानिए मामला
