Kanpur के हैलट अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में अब इस विधि से किए जाएंगे आंख के ऑपरेशन...आंखों की फटी नस भी हो जाएगी सही

कानपुर के हैलट अस्पताल में आई ग्रीन लेजर विथ एआईओ मशीन व बायोम लेंस

Kanpur के हैलट अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में अब इस विधि से किए जाएंगे आंख के ऑपरेशन...आंखों की फटी नस भी हो जाएगी सही

कानपुर, अमृत विचार। हैलट अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में आने वाले मरीजों को कई बार ऑपरेशन के लिए इसलिए रोक दिया जाता है, क्योंकि मरीजों का ब्लड प्रेशर या शुगर लेवल बढ़ा होता है। अब ऐसा नहीं हो सकेगा। नेत्र रोग विभाग में अब लेजर विधि से आंख के ऑपरेशन किए जाएंगे।

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ने अपने फंड से ग्रीन लेजर विथ एआईओ मशीन खरीदी है, जिसकी कीमत 35 लाख रुपये है। मशीन के साथ ही सात लाख रुपये के बायोम लेंस भी आए हैं। इन दोनों उपकरणों का हैलट के प्रमुख अधीक्षक डॉ.आरके सिंह ने उद्घाटन किया। 

वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. परवेज खान ने बताया कि लेजर मशीन के माध्यम से शुगर व बीपी के मरीजों का ऑपरेशन करना भी संभव है। प्रथम दिन लेजर विधि से जवाहर नगर निवासी विजय त्रिपाठी की आंखों का ऑपरेशन किया गया है। ब्लड प्रेशर अधिक होने की वजह से मरीज की आंखों की नस फट गई थी। 

इस कारण उनको अधिक दिक्कत होने लगी थी। इस ऑपरेशन में चीरा नहीं लगाया जाता है। डॉ. परवेज खान ने बताया कि जिन बच्चों में जन्म के समय से ही आंखों के पर्दे में परेशानी होती है, ऐसे बच्चों का एक से डेढ़ माह के अंदर ही ऑपरेशन कर इलाज शुरू किया जाता है। मशीन के आने के बाद ऐसे बच्चों का ऑपरेशन करना और आसान हो गया है। 

पांच साल से खराब पड़ी महत्वपूर्ण मशीन

ओपीडी में प्रतिदिन ऐसे दो से तीन मरीज आते हैं, जिनको लखनऊ के केजीएमयू और मेरठ मेडिकल कॉलेज भेजना पड़ता है क्योंकि वहां यह मशीन पहले से है। करीब 15 साल पहले यहां पर ग्रीनलेजर मशीन शासन से मिली थी, जो करीब पांच साल से खराब पड़ी है। इस कारण यहां पर लेजर ऑपरेशन नहीं हो पा रहे थे।

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