बरेली: विकास न होने से क्षुब्ध लोगों का मतदान से इन्कार, पुल तो कहीं सड़क को लेकर दिखा आक्रोश

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Published By Vishal Singh
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नेताओं और अधिकारियों के समझाने पर डाले वोट

बरेली/सीबीगंज, अमृत विचार। बरेली और आंवला लोकसभा क्षेत्र के कई गांवों में विकास न होने से क्षुब्ध लोगों ने मतदान करने से इन्कार कर दिया। जानकारी होने पर अफसर और नेताओं ने उन्हें मनाया और वोट डालने के लिए राजी किया। पुल तो कहीं सड़क का निर्माण न होना आक्रोश की वजह रहा।

सीबीगंज के गांव गोकुलपुर गरगइया के बूथ परसाखेड़ा प्रथम पर कुल 781 वोटर हैं। लोगों का कहना है कि गांव में हाईवे से आने के लिए कोई रास्ता नहीं है। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधि पर विकास न कराने का आरोप लगाया। इसी मतदान केंद्र पर पड़ोसी गांव गौटिया के 86 वोटर हैं। उन्हें भी मतदान नहीं करने दिया। दोनों गांवों के बीच विवाद शुरू हो गया। पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने लोगों को खदेड़ा। साढ़े नौ बजे तक मात्र 20 मतदाता ही मताधिकार का प्रयोग कर सके। दोपहर साढ़े 12 बजे अधिकारियों के आश्वासन पर लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया।

विरोध के चलते 11 बजे शुरू हो सका मतदान
कैंट। आंवला लोकसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत क्यारा के गांव जगतपुर के लोगों ने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। गांव के लोगों ने कहा कि जब तक विकास नहीं तब तक वोट नहीं। जानकारी होने पर भाजपा प्रत्याशी ने गांव के प्रधान कृष्णपाल को फोन किया और मतदाताओं को समझाने को कहा। ग्राम प्रधान ने लोगों को समझाया और गांव में सीसीरोड, नाली निर्माण कार्य कराने का आश्वासन दिया, तब लोग माने। यहां पूर्वाह्न 11 बजे मतदान शुरू हो सका। गांव में 520 मतदाता हैं।

नहर का पक्का निर्माण न होने पर आक्रोश
अलीगंज। ब्लॉक मझगवां के गांव रम्पुरा खुर्द के लोगों का कहना है कि गांव के पास से निकल रही नहर का पक्का निर्माण अभी तक नहीं हो सका है। इस वजह से उन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार जनप्रतिनिधियों के सामने समस्या रखी लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसलिए वोट नहीं डाल रहे हैं। जानकारी मिलने पर मंत्री धर्मपाल सिंह गांव पहुंचे और लोगों से नहर का पक्का निर्माण कराने का वादा किया। तब लोग बूथ पर वोट डालने के लिए पहुंचे। 11.30 बजे मतदान शुरू हो सका।

अंडरपास और पुल निर्माण की मांग पूरी न होने पर किया मतदान का बहिष्कार
बिशारतगंज। क्षेत्र के ढकोरा एवं अतरछेड़ी गांव के मजरा नैनपुर के लोगों ने विकास कार्य न होने से मताधिकार का प्रयोग करने से इन्कार कर दिया। सुबह से लेकर दोपहर तक मतदान नहीं किया। सूचना पर मंत्री धर्मपाल सिंह, विधायक डॉ. राघवेंद्र शर्मा और प्रशासनिक अधिकारी नैनपुर और ढकोरा पहुंचे। जनप्रतिनिधियों ने समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया, तब ग्रामीणों ने दोपहर 2 बजे से मतदान शुरू किया। डकोरा व नैनपुर के लोगों ने अंडरपास और पुल निर्माण की मांग की थी। नगर पंचायत बिशारतगंज में चार मतदान केन्द्रों के 11 बूथों पर 12319 में 6587 वोट डाले।

बूथ बदलने से नाराज लोगों ने वोट डालने से किया मना
शेरगढ़। गांव गौटिया न्याजनगर का बूथ बदलकर गौटिया रहमतनगर में कर दिया गया। इससे नाराज लोगों ने मताधिकार का प्रयोग करने से मना कर दिया। मतदाताओं ने बताया कि घाटगांव पहाड़पुर से गौटिया रहमतनगर के लिए कच्चा रास्ता है। कई बार खड़ंजा डलवाने की मांग की गई, लेकिन पूरी नहीं हुई। ग्राम प्रधान रियाजुद्दीन अंसारी,थानाध्यक्ष राजेश बाबू मिश्रा के समझाने के बाद भी लोग नहीं माने। तहसीलदार ने खड़ंजा डलवाने व अगले चुनाव में उनके गांव में बूथ बनवाने का आश्वासन दिया तो लोग माने। दोपहर साढ़े 12 बजे मतदान शुरू हो सका।

सड़क निर्माण, श्मशान भूमि के रास्ते के लिए वोट डालने से किया मना
मीरगंज। खमरिया सानी के लोग जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार सड़क निर्माण और श्मशान भूमि तक का रास्ता सही कराने की मांग कर चुके हैं, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। इससे गुस्साए लोगों ने मतदान करने से मना कर दिया। सूचना पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी, बीडीसी सदस्य उपेंद्र सिंह और अफसरों ने समझाया तो लोग माने। सुबह 10:34 बजे तक मात्र सात वोट ही पड़े थे। लोगों ने खमरिया सानी से नगरिया सादात तक पुल निर्माण की भी मांग की।

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