Bareilly News: आठ फीसदी अनुदेशक, स्कूलों में पढ़ाएं या खेल का कराएं अभ्यास

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Published By Moazzam Beg
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बरेली, अमृत विचार। परिषदीय स्कूलों में बच्चों को खेल का अभ्यास कराने के लिए रखे गए अनुदेशकों को पढ़ाई की जिम्मेदारी सौंपी दी गई है। इस वजह से बच्चों को खेल का प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है।

जिले में 2482 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। कुल 197 खेल अनुदेशक नियुक्त हैं। यानी स्कूलों की तुलना में महज आठ फीसदी अनुदेशक हैं। एक ब्लाक में करीब 12 से 13 अनुदेशक हैं। खेल अनुदेशकों के मुताबिक स्कूलों में उन्हें कक्षा 6 से 8 वीं तक के विभिन्न विषयों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है। 

कई स्कूलों में बिना अनुदेशकों से पूछे ही शिक्षक खेलों के लिए सामग्री मंगा लेते हैं, जो न तो गुणवत्ता युक्त होते हैं न ही खेलने के लिए उपयुक्त। अनुदेशक इसका विरोध भी नहीं कर पाते हैं, क्योंकि स्कूल के हेड मास्टर की संस्तुति पर ही हर साल उनका नवीनीकरण होता है। जुलाई से नवंबर तक स्कूलों में खेल प्रतियोगिताएं होती हैं। बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए अनुदेशकों को पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है। 

परिषदीय अनुदेशक कल्याण एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष भानू प्रताप सिंह का कहना है कि अनुदेशकों को बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए। सालभर अनुदेशकों को पढ़ाने में लगा दिया जाता है। जल्द अफसरों को इस स्थिति से अवगत कराया जाएगा।

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