रामपुर: चार दिन से लापता मजदूर का शव रेलवे लाइन किनारे मिला, पोस्टमार्टम के लिए भेजा

रामपुर: चार दिन से लापता मजदूर का शव रेलवे लाइन किनारे मिला, पोस्टमार्टम के लिए भेजा

मिलक,अमृत विचार: रेलवे लाइन किनारे रविवार की सुबह 9 बजे मजदूर का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के जेब में रखे पर्स को खंगाला तो मृतक के आधार कार्ड से मृतक की पहचान 35 वर्षीय संजीव कुमार निवासी ग्राम एमी थाना मिलक के रूप में हुई।

पुलिस ने घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी। घटना स्थल पहुंचे परिजन संजीव का विक्षप्त शव देख रोने- बिलखने लगे। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया।

मिलक थाना क्षेत्र के गांव  एमी निवासी  संजीव कुमार का शव मिलने पर परिजन मौके पर पहुंच गए। जहां मृतक के भाई राजीव ने बताया कि संजीव कुमार का विवाह करीब दस वर्ष पूर्व पटवाई थाना क्षेत्र के मतवाली गांव निवासी ओमप्रकाश की पुत्री सीमा के साथ हुआ था।

विवाह के बाद से ही पति-पत्नी में अक्सर लड़ाई-झगड़ा होता रहता था। संजीव अपने पूरे परिवार के साथ बरेली स्थित एक ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता था। लड़ाई-झगड़े के दौरान डेढ़ माह पूर्व पत्नी सीमा नाराज होकर अपने मायके चली गई थी।

उसने कई बार सीमा को ईंट भट्ठे पर बुलाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं आई। बीस मई को संजीव पत्नी को बुलाने ग्राम मतवाली गया था। उसके बाद से वह घर नहीं लौटा। पिछले चार दिन से संजीव की खोजबीन की जा रही थी,लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया। रविवार को संजीव का शव मिलक स्थित रेलवे लाइन के किनारे मिला।

मृतक के परिवार में आठ वर्षीय राधिका,पांच वर्षीय आयुष व एक दो वर्ष की मासूम पुत्री तथा पत्नी है। कोतवाल धनंजय सिंह ने बताया कि रेलवे लाइन के किनारे युवक का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। शव की शिनाख्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। तहरीर प्राप्त होने पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही साफ होगा कि मजदूर की हत्या की गई है या उसनेआत्महत्या की है। 

मृतक के ससुरालियों से नहीं हो सका संपर्क
मृतक के पिता रामकुमार ने बताया कि संजीव के ससुराल जाने के बाद दो दिन तक इंतजार किया लेकिन वह घर नहीं लौटा। संजीव के ससुरालियों को फोन पर संपर्क करने की बहुत कोशिश की लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। बल्कि  जिन मोबाइल नंबरों से फोन किया गया उन सभी मोबाइल नंबरों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया। जिस कारण संजीव के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। यदि ससुराल वाले फोन रिसीव कर लेते और संजीव के बारे में जानकारी दे देते तो संजीव की जान बच जाती।

जेठानी से बोली मुझे संजीव के साथ नहीं रहना
पति के साथ ईंट भट्ठे पर काम कर रही सीमा को जेठानी ने फोन किया और कहा कि उसकी पुत्री उसे बहुत याद कर रही है। वह जल्द भट्ठे पर आ जाए। ठेकेदार के मुताबिक कार्य करें। लेकिन सीमा ने ईंट भट्ठे पर आने से इंकार कर दिया और बोली कि वह संजीव के साथ नहीं रहना चाहती है। वह जल्द ही संजीव से फैसला करेगी।

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