Chitrakoot: गड़े धन के लिए मासूम की हत्या में दंपति को कठोर उम्रकैद...रिश्ते में बच्चे के चाचा-चाची हैं दोनों
चित्रकूट में गड़े धन के लिए मासूम की हत्या में दंपति को कठोर उम्रकैद
चित्रकूट, अमृत विचार। घर में गड़े धन को पाने की लालसा में मासूम की हत्या करने वाले दंपति को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीरज श्रीवास्तव ने कठोर आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इस सनसनीखेज हत्याकांड का एक दुखद पहलू यह भी है कि दोषी पति-पत्नी बच्चे के रिश्ते में चाचा-चाची लगते हैं। कोर्ट ने दोनों को 25-25 हजार रुपये अर्थदंड भी दिया।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता सुशील कुमार सिंह ने बताया कि सीतापुर चौकी अंतर्गत राघवपुरी मोहल्ला निवासी रामप्रयाग रैदास पुत्र हीरालाल ने कर्वी कोतवाली में नौ मार्च 22 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका नौ वर्षीय बेटा कन्हैया गुम हो गया है और काफी ढूंढने पर भी नहीं मिला।
विवेचना में उसके पड़ोसी और रिश्ते में भाई भुल्लू वर्मा उर्फ जरैला पुत्र रामअवतार और उसकी पत्नी उर्मिला का नाम प्रकाश में आया था। 12 मार्च को बच्चे का शव दंपति के घर से बरामद हुआ था। आरोपी भुल्लू ने पूछतांछ में घर में गड़े धन के लिए बच्चे की हत्या की बात स्वीकारी थी।
उसने बताया था कि आठ मार्च को जब रामप्रयाग पत्नी के साथ दुकान गया था तब उसने बंद कमरे में पूजा करने के बाद मासूम के सिर पर नारियल रखकर फोडऩे के बहाने ईंट से वार कर दिया था, जिससे कन्हैया की मौत हो गई थी।
पुलिस ने हत्यारोपी दंपति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। साथ ही न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल किया था। बचाव और अभियोजन पक्ष के अधिवक्ताओं की दलीलें सुनने के बाद गुरुवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीरज श्रीवास्तव ने निर्णय सुनाया। दोषसिद्ध भुल्लू वर्मा और उसकी पत्नी उर्मिला वर्मा को आजीवन कारावास की सजा दी। दोनों को 25-25 हजार रुपये अर्थदंड भी दिया।
दीपावली में आया था स्वप्न
तत्कालीन एसपी धवल जायसवाल ने इस सनसनीखेज हत्याकांड के संबंध में तब पत्रकारों को बताया था कि सीतापुर चौकी अंतर्गत कक्षा तीन के छात्र कन्हैया के पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति भुल्लू ने जो रिश्ते में उसका चाचा भी लगता था, को दीपावली को स्वप्न आया कि उसके घर में तीन हांडियों में धन गड़ा है और उसके ऊपर एक सांप बैठा है।
अगर वह वहां पूजा पाठ करे और एक बच्चे की बलि दे दे तो यह धन उसको मिल जाएगा। आठ मार्च को आरोपी भुल्लू ने बच्चे को लालच देकर घर बुलाया। पत्नी उर्मिला ने बच्चे का गला दबाकर मारने की कोशिश की। बच्चे की सांसें तब भी चलती रहीं तो हत्यारों का दिल नहीं पसीजा। इसके बाद ईंट से सिर पर हमला कर बच्चे को मार डाला और अनाज के डिब्बे में शव को छिपाकर रख दिया कि मौका मिलते ही ठिकाना लगा देंगे।
