Kanpur: पार्क में तन गईं बहुमंजिला इमारतें, फुटपाथ भी घेरा, नगर निगम और केडीए को जानकारी फिर भी कार्रवाई नहीं
कानपुर, अमृत विचार। शहर में नगर निगम के कई पार्कों पर कब्जे हो गए हैं। केडीए की योजनाओं में बनाए गए पार्कों की देख-रेख न होने की वजह से भूमाफिया ने पार्क ही बेच डाले। नौबस्ता के मछरिया गंगापुर में केडीए की योजना में बनाए गए पार्क में 60-60 गज के मकान खड़े हो गए। आवंटी जब मौके पर पहुंचे तो उन्हें पार्क की जगह मकान खड़े मिले।

इसी तरह बाबूपुरवा में मुंशीपुरवा में पार्क के चारों ओर मकान बना लिये गये। यहां नगर निगम में कार्यरत रहे लोग भी कब्जा कर रहे हैं। कइयों ने तीन-तीन मंजिल के मकान बना रखे हैं। इसी तरह कल्याणपुर, आवास विकास, कर्रही समेत कई क्षेत्रों में नगर निगम के पार्कों पर अवैध कब्जे हैं, जिनको नगर निगम खाली नहीं करा पा रहा है।
कानपुर विकास प्राधिकरण ने गंगापुर मछरिया फेस एक, दो व तीन विकसित की है। योजना में सड़क, फुटपाथ, नाला व पार्क को नगर निगम को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया पूरी की गई है। योजना में रमन लाल सैनी रहने पहुंचे तो जहां केडीए ने आवंटियों को पार्क की जगह दिखाई थी, वहां पर मकान बने दिखे। इस पर रमन लाल सैनी ने जनसुनवाई में शिकायत की और बताया कि सड़क व केडीए की ओर से बनाए गए पार्क में अवैध मकान बने हैं।

शिकायत के बाद मौके पर पहुंचे नगर निगम व केडीए के अधिकारियों ने पाया कि पार्क की जमीन पर 60 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में मकान बने हुए हैं। जमीन को भी घेर रखा है। नगर निगम और केडीए के अधिकारियों को पार्क की जमीन पर अवैध अतिक्रमण मिला, हालांकि सड़क पर कब्जा नहीं है। केडीए के अधिशाषी अभियंता जोन 4 धीरेंद्र बाजपेई ने बताया कि नगर निगम के उद्यान अधीक्षक को पत्र लिखकर अवैध कब्जेदारों पर कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही मुख्य अभियंता को भी कब्जे की जानकारी दी गई है।
मुंशीपुरवा में पार्क के किनारे बने आवास
नगर निगम का बाबूपुरवा स्थित मुंशीपुरवा में बारातशाला और पार्क है। यहां पर बारातशाला में तो अवैध कब्जे हैं ही, इसके साथ ही पार्क के किनारे-किनारे अवैध रूप से मकान बना लिए गए। यहां कुछ नगर निगम के पूर्व कर्मचारी भी रह रहे हैं। स्थानीय लोग भी यहां अवैध रूप से तीन-तीन मंजिला मकान बनाकर रह रहे हैं। क्षेत्रीय पार्षद की शिकायत पर पिछले वर्ष महापौर पहुंची तो पार्क की जमीन पर बने मकान देखकर ही दंग रह गईं। महापौर ने नोटिस देने और अवैध मकानों को धराशायी करने के लिये जोनल अधिकारी को निर्देश तो दिये, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ है।
इन जगहों पर भी कब्जा चुनौती बना
नगर निगम के खुद के सर्वे के मुताबिक जोन एक में पांच जगह बने बारातशाला और कम्युनिटी सेंटर और पार्क में कब्जे हैं। इसी तरह जोन दो में ग्यारह और जोन पांच में तीन जगह नगर निगम की संपत्ति पर कब्जे हैं, जिनको मुक्त नहीं कराया जा सका है।
नगर निगम की संपत्ति को जनहित में प्रयोग में लाया जाएगा। पार्क, बारातशाला व कम्युनिटी सेंटर की देख-रेख नगर निगम के स्तर से ही की जाएगी। इसके लिए अपर नगर आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं कि रिपोर्ट तैयार कर कब्जा मुक्त कराया जाए। - प्रमिला पांडेय, महापौर
केडीए के साथ स्थलीय निरीक्षण में पार्क के अंदर अवैध मकान बना मिला है। केडीए की ओर से भूमि आवंटन नहीं किया गया है। प्रथम दृष्टया अवैध कब्जा दिख रहा है। नियमानुसार कार्रवाई होगी। - वीके सिंह, उद्यान अधीक्षक, नगर निगम
