अयोध्या: गन्ना सर्वे शुरू, लगाए गए 112 कर्मचारी-15 जून तक चलेगा टास्क
मसौधा/अयोध्या, अमृत विचार। सहकारी गन्ना विकास समिति मसौधा व चीनी मिल की फील्ड फोर्स के संयुक्त प्रयास से कर्मचारियों की टीम गठित कर गन्ने की फसल का सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है। आगामी गन्ना पेराई सत्र 2024 -25 में गन्ना उत्पादन के आंकड़े व किसानों को चीनी मिल में गन्ना आपूर्ति में दिक्कत न हो, नई सट्टा नीति के अनुपालन सहित पर्ची निर्गमन के लेखा-जोखा को दुरुस्त करने के उद्देश्य से किसानों की उपज का सर्वे कार्य चीनी मिल प्रबंधन व गन्ना समिति के माध्यम से कराया जा रहा है। सर्वे कार्य में लगी 112 कर्मचारियों की टीम को 35 हजार हेक्टेयर गन्ने की फसल का सर्वे कार्य 15 जून तक पूरा करना है। सर्वे टीम में 58 कर्मचारी के एम शुगर मिल मसौधा की ओर से तथा 54 कर्मचारी सहकारी गन्ना विकास समिति मसौधा के लगाए गए हैं। सर्वे वैज्ञानिक विधि से इलेक्ट्रॉनिक मशीन के माध्यम से होगा, जो उत्पादन का भी आंकड़ा उपलब्ध कराएगी।
बता दें कि शासन के निर्देश पर गन्ना विकास विभाग उत्तर प्रदेश के आदेशानुपालन में गन्ना विकास परिषद की ओर से गन्ना किसानों की गाना उपज का सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है इसके लिए समूचे चीनी मिल प्रबंधन को गन्ना आपूर्ति करने वाले क्षेत्र को विभाजित कर 58 सर्किलें बनाई गई है। जिसमें सर्वे टीम 35 हजार हेक्टर में फैले गन्ने की फसल का सर्वे करेंगे। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर किसानों के उत्पादन का पता चल सकेगा और उसी के आधार पर नई सट्टा नीति के तहत गन्ना आपूर्ति टिकट अर्थात गन्ना पर्ची का कैलेंडर भी बनाया जाएगा। जिससे गन्ना किसान अपने गन्ने की आपूर्ति कर सकेंगे। गन्ना आपूर्ति कैलेंडर 10/12 पखवाड़े में डिवाइड होगा। कैलेंडर में पर्ची विभाजन के आधार पर किसानों को गन्ना आपूर्ति का मैसेज भेजा जाएगा। जिससे गन्ना किसान अपने गन्ने की आपूर्ति चीनी मिल मसौधा को कर सकेंगे।
सर्वे में किसने कितना गन्ना उत्पादन किया होगी जानकारी
गन्ना सर्वे से यह भी पता चल सकेगा कि किस गन्ना किसान ने कितने क्षेत्रफल में पेड़ी गन्ने का उत्पादन किया है और कितने भाग में गन्ने की नई फसल उगाई है। क्योंकि पेड़ी गन्ने की आपूर्ति के लिए किसानों को वरीयता के आधार पर पहले गन्ना आपूर्ति सूचना मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से भेजी जाती है। तत्पश्चात नई बोई गई अर्थात गन्ना पौधा की फसल का मैसेज भेजा जाएगा। इतना ही नहीं वैज्ञानिक तकनीकी विधि से हो रहे गन्ना सर्वे कार्य के माध्यम से गन्ना किसानों द्वारा उगाई गई गन्ने की फसल की प्रजाति का भी आकलन होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च प्रजाति के गन्ने की फसल में चीनी का उत्पादन ज्यादा होता है। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक राम प्रताप ने बताया कि चीनी मिल की ओर से गन्ना सर्वे कार्य में लगाई गई टीम का नेतृत्व सुमित कुमार व ललित तिवारी कर रहे हैं। जबकि गन्ना विकास परिषद की ओर से सर्वे कार्य की निगरानी वह स्वतः कर रहे हैं। बताया कि 15 जून तक 35 हजार हेक्टेयर में फैली गन्ने की फसल का सर्वे 112 कर्मचारियों के माध्यम से हो रहा है। चीनी मिल मसौधा को गन्ना आपूर्ति करने वाले समूचे गन्ना उत्पादन क्षेत्र को 58 सर्किलों में विभाजित किया गया है।
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