Kanpur: सीएसजेएमयू में योगोत्सव की तैयारी तेज, कल से इतने दिनों तक उठाएं फायदा...प्रतिभागियों को मिलेगा सर्टिफिकेट
कानपुर, अमृत विचार। प्रथम सुख है निरोगी हो काया, दूजा सुख है घर में हो माया…इस उक्ति को चरितार्थ करने के लिए मानव का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। इसके लिए सेहतमंद बनें, योग करें और निरोगी रहें। बता दें छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के तत्वावधान में 05 से 21 जून तक योगोत्सव मनाया जाएगा। विश्वविद्यालय में योगोत्सव की कवायद जोरों पर जारी है।
इसी कड़ी में सेंटर फॉर एकेडिमिक्स में बैठक के उपरांत सीएसजेएमयू के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने बताया कि योगोत्सव पखवाड़ा का उद्घाटन 5 जून को विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में पूर्वाह्न 11 बजे होगा। जिसमें मुख्य वक्ता ‘द आर्ट आफ लिविंग‘ के संकाय सदस्य करन अरोड़ा और विशिष्ट अतिथि आयुर्वेदाचार्य डा. वन्दना पाठक हैं। इस योगोत्सव पखवाड़े के अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होंगे।
जिनमें से 15 दिवसीय निःशुल्क योग प्रशिक्षण शिविर, ’रोग आधारित योग’ कार्यशाला, जलयोग प्रतियोगिता, दिव्यांग योग सहित 21 जून को वृहद स्तर पर विश्वविद्यालय परिसर, गांव एवं मलिन बस्तियों में कार्यक्रम होंगे। कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं, शिक्षक-शिक्षिकाएं और अधिकारी-कर्मचारी सहित कानपुर नगर के नागरिक भी भाग ले सकते हैं। इस मौके पर कुलसचिव डा. अनिल कुमार यादव, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. नीरज कुमार सिंह, कुलानुशासक डा. प्रवीन कटियार, डा. श्रवण कुमार यादव, निमिषा कुशवाहा आदि मौजूद रहे।
यहां-यहां होगी कार्यशाला : सीएसजेएमयू के प्रति कुलपति सुधीर कुमार अवस्थी ने बताया कि कार्यशाला में मुख्यता मेरूदण्ड संबंधी विकार, उच्च और निम्न रक्तचाप, मधुमेह प्रबंधन, थायराइड असंतुलन, मोटापे, अवसाद और तनाव जैसी समस्याओं के प्रबंधन हेतु चर्चा और योग के अभ्यास कराये जायेंगे। विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र में योग की ओपीडी संचालित है, जिसमें विभिन्न रोगों की योग द्वारा निःशुल्क चिकित्सा और परामर्श दिया जाता है। ‘रोग आधारित योग’ कार्यशाला पांच क्षेत्रों में अलग-अलग तारीखों पर होगी।
दिनांक कार्यक्रम स्थान समय
12 जून कार्यशाला एस.जे. एजूकेशन सेंटर, हंसपुरम, नौबस्ता, कानपुर प्रातः 8 बजे से
14 जून कार्यशाला यूनाइटेड पब्लिक स्कूल, सिविल लाइन्स, कानपुर प्रातः 8 बजे से
15 जून कार्यशाला गायत्री शक्ति पीठ, शुक्लागंज, उन्नाव प्रातः 7 बजे से
16 जून कार्यशाला गायत्री शक्ति पीठ, काकूपुर, शिवराजपुर, कानपुर प्रातः 6 बजे से
17 जून कार्यशाला कैलाश सरस्वती इण्टर कालेज, आवास विकास, कल्यानपुर, प्रातः 8 बजे से
रिकार्ड बनाने की ओर बढ़े कदम : अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम (महिला सशक्तिकरण के लिए योग) में दिव्यांग महिला योग कार्यक्रम का आयोजन 20 जून को प्रातः 8 बजे से विश्वविद्यालय के मल्टीपरपज हॉल में किया जायेगा। इसको रिकार्ड के रूप में दर्ज कराने के लिए इण्डिया बुक आफ रिकार्ड में भी आवेदन किया गया है। इस कार्यक्रम में 150 दिव्यांग महिलाएं पंजीकृत हो चुकी है।
इसमें दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, एलिमको, डा. अम्बेडकर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी फॅार हैंडीकैप्ड, वोकेशनल रिहैबिलेशन सेंटर फॉर हैंडीकैप्ड, दिव्यांग स्पोर्ट्स डेवलेपमेन्ट एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश एवं दृश्यम स्वयं सेवी समिति, कानपुर आदि संस्थाएं सहयोग कर रही हैं।
योग शिविर का भी आयोजन : निदेशक, महाविद्यालय विकास परिषद प्रो. राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया 21 जून को विश्वविद्यालय परिसर एवं संबद्ध महाविद्यालय की 59 राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों द्वारा चयनित ग्राम एवं मलिन बस्तियों में योग शिविर आयोजित किया जायेगा। इसके साथ ही साथ संबद्ध महाविद्यालयों में भी सामान्य योग प्रोटोकॉल का अभ्यास प्रशिक्षित योग प्रशिक्षकों द्वारा कराया जाएगा।
तरण ताल में करें जल योग : 18 जून 2024 को प्रातः 7:30 बजे विश्वविद्यालय के ’तरणताल’ में जल योग प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें अब तक 60 प्रतिभागी पंजीकृत होकर नियमित विश्वविद्यालय के तरणताल में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
प्रमाण पत्र भी मिलेगा : योग प्रशिक्षिका सोनाली धनवानी ने योग उत्सव पखवाड़े के अंतर्गत निःशुल्क 15 दिवसीय योग प्रशिक्षण के विषय में जानकारी देते हुए कहा यह प्रशिक्षण 6 जून से 20 जून तक चलेगा, जिसमें कुल 359 प्रशिक्षणार्थी पंजीकृत हो चुके हैं। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को 21 जून के अंतर्गत होने वाले विभिन्न सामान्य योगाभ्यास क्रम में योग प्रशिक्षक बनने का भी अवसर प्राप्त होगा तथा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किया जाएगा।
यह हैं सहयोगी : इस पखवाड़े में गायत्री परिवार, द आर्ट ऑफ लिविंग, रोटरी क्लब, इस्कॉन, नीमा, आरोग्य भारती, सर्वधर्म योग संस्था, एन.सी.सी. और एन.एस.एस. सहित एक दर्जन से अधिक स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग प्राप्त हो रहा है।
