पीलीभीत: 'गुटखा पर पूर्णतया प्रतिबंध हो या बाध्यता हटे...',बोले- ऐसे हो जायेंगे परेशान

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Published By Vikas Babu
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पीलीभीत, अमृत विचार: शासन द्वारा पान मसाला व तंबाकू संबंधी जारी किए नए शासनादेश को लेकर व्यापारी लामबंद होने लगे हैं। गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपकर पान मसाला तंबाकू की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने या फिर जारी किए गए शासनादेश को निरस्त कराने की मांग की।

शासन द्वारा पान मसाला एवं तंबाकू की अलग-अलग दुकानों पर बिक्री करने का शासनादेश जारी किया गया है। इसमें एक ही दुकान से पान मसाला एवं तंबाकू की बिक्री पर रोक लगाई गई है। इधर नए शासनादेश को लेकर उप्र उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले तमाम व्यापारी गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां व्यापारियों ने जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार गुप्ता के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम न्यायिक अजीत परेश को सौंपा। 

सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि प्रदेश में एक ही दुकान से पान मसाला और तंबाकू की एक साथ बिक्री पर रोक लगा दी गई है। यह आदेश पूरी तरह से अव्यवहारिक है। इसकी वजह यह है कि पान मसाला और तंबाकू का व्यवसाय हर गली,नुक्कड़ एवं चौराहों पर होता है। जिससे तमाम गरीब वर्ग के व्यापारी अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। कहा गया कि पान मसाला और तंबाकू एक साथ बेचने वाले दुकानदारों को फूड लाइसेंस लेना पड़ेगा। 

इसको लेकर व्यापारियों को सरकारी विभाग का चक्कर तो लगाना ही पड़ेगा, साथ ही इससे अफसरशाही को भी मात्र बढ़ावा मिलेगा। वहीं पुलिस भी दुकानदारों को नाजायज रूप से परेशान कर उनका उत्पीड़न करेगी । ऐसे में पान-मसाले के दुकानदारों के लिए यह लाइसेंस लेना पूर्णता असंभव होगा।

ज्ञापन में कहा गया कि पान मसाला एवं तंबाकू की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाए या फिर संबंधित शासनादेश को निरस्त किया जाए। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष के अलावा जिला महामंत्री स्वतंत्र देवल, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष डालचंद सक्सेना, जिला उपाध्यक्ष नीरज अग्रवाल, मनीष गुप्ता, नगराध्यक्ष रवि शर्मा, मनीष छाबड़ा, पंकज अग्रवाल, राजन सिंह, हरीश ढुलवानी आदि व्यापारी शामिल रहे।

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