बरेली: अगले महीने रफ्तार पकड़ेंगे विधायक निधि के अटके काम, तैयारी शुरू

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
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बरेली, अमृत विचार: लोकसभा चुनाव की आचार संहिता की वजह से अटके विधायक निधि से प्रस्तावित काम जुलाई से रफ्तार पकड़ सकते हैं। आचार संहिता खत्म होने के बाद जून में इन प्रस्तावों पर टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की जा रही है।

वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए मिली पांच करोड़ की विधायक निधि से विकास कार्य कराने में जिले के ज्यादातर विधायकों ने शुरुआत में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। प्रस्ताव न दिए जाने से यह विधायक निधि उनके खातों में जस की तस पड़ी रही। लोकसभा चुनाव करीब आने पर जब ऊपर से दबाव पड़ा तब कहीं विधायकों ने प्रस्ताव देने शुरू किए। सभी नौ विधायकों की ओर से 580 प्रस्ताव दिए गए जो स्वीकृत तो हो गए लेकिन तमाम प्रस्तावों पर काम शुरू नहीं हो पाया।

इनमें एमएलसी कुंवर महाराज सिंह के 27, मंत्री धर्मपाल सिंह के 34, डॉ. अरुण कुमार के 102, विधायक डॉ. राघवेंद्र शर्मा के 98, प्रो. श्याम बिहारी के 82, संजीव अग्रवाल के 72, डॉ. एमपी आर्या के 59, डीसी वर्मा के 34, शहजिल इस्लाम के 35 और अताउर रहमान के 37 प्रस्ताव काम शुरू हो गए थे। मार्च की रिपोर्ट के अनुसार धर्मपाल सिंह के आठ, संजीव अग्रवाल के दो, डॉ. एमपी आर्या के तीन, शहजिल इस्लाम का एक, अताउर रहमान का एक, एमएलसी महाराज सिंह के तीन प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया। कहीं टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी तो कहीं कुछ और औपचारिकताएं रह गईं। इस बीच 16 मार्च को आचार संहिता लागू हुई तो ये काम अटक गए।

अब आचार संहिता खत्म होने के बाद इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन की तैयारी डीआरडीए कार्यालय ने शुरू कर दी है। सांसद निधि से भी स्वीकृत पांच प्रस्तावों के कार्य शुरू नहीं हो पाए थे। विधायक निधि से प्रस्तावित 568 कार्यों में से मार्च तक 297 पूरे हो चुके थे और 271 निर्माणाधीन हैं। सांसद निधि से 292 प्रस्ताव मंजूर हुए थे, जिनमें से 113 मार्च तक पूरे हो चुके हैं और 174 निर्माणाधीन हैं।

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