Kanpur Dehat: बकरी दरवाजे पर जाने के विवाद में दिव्यांग को फरसा मारकर उतारा मौत के घाट, सात पर रिपोर्ट दर्ज
मृतक के चचेरे भाई, उसके पुत्रों समेत सात पर गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट
कानपुर देहात, अमृत विचार। मनावां गांव में रात को दिव्यांग की बकरी दूसरे के दरवाजे पर चली गई। इसका उलाहना देने पर दोनों में मामूली विवाद हुआ। तभी दिव्यांग से पुरानी खुन्नस मानने वाले उनके चाचा, गांव के कोटेदार व उसके चारों पुत्र आ गए और विवाद करने लगे। इसी दौरान चचेरे भाई व उसके ने दिव्यांग के सिर पर फरसा मार कर घायल कर दिया। पुलिस उसे सीएचसी ले गई। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
रसूलाबाद थाना क्षेत्र के मनावां गांव निवासी बाएं हाथ से दिव्यांग मनोज तिवारी (42) बकरी पालन का काम करते थे। शनिवार को उनकी कुछ बकरियां पास के ही कैलाश मिश्रा के दरवाजे चली गई। इसपर वे इसका उलाहना देने आए। तभी कैलाश और मनोज में मामूली विवाद हो गया। इसी दौरान मनोज के चाचा, गांव के कोटेदार कृष्ण मोहन तिवारी, उनके पुत्र दीपक, बबलू, छइया व सुंदर धारदार हथियारों से लैस होकर आ गए और विवाद करने लगे।
मनोज जब तक कुछ समझ पाता तब तक उक्त लोगों ने उसके सिर पर फरसा मार कर घायल हो गया। इसकी सूचना उसके भाई संजय की पत्नी महिमा ने यूपी 112 डायल कर पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस दिव्यांग को सीएचसी रसूलाबाद ले गई। जहां डॉक्टर मोहम्मद सादिक ने उसका उपचार किया। इसी दौरान दिव्यांग मनोज तिवारी की मौत हो गई। जानकारी पर मृतक के पिता पिता राममोहन, भाई संजय, उसकी पत्नी महिमा, अजय, उसकी पत्नी कल्पना, भाई विपिन आदि का रो-रोकर बुरा हाल रहा।
भाई संजय ने आरोप लगाया कि चाचा कृष्ण मोहन उसके परिवार को आए दिन जान से मारने की धमकी देते थे। वह कई बार इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। घटना की सूचना पर थाना प्रभारी मुकेश कुमार सोलंकी मौके पर पहुंचे और छानबीन की। उन्होंने बताया कि सात लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
सिर की टूटी मिली हड्डी, छह चोटों के निशान
रविवार को शव के पोस्टमार्टम में मृतक मनोज के सिर की हड्डी टूटी पाई गई। इसके साथ ही शरीर पर चोटों के छह निशान भी मिले। हड्डी टूटने व अधिक खून बहने से मौत का कारण बताया गया है।
