लखनऊ: एकतरफा प्यार में हुई थी पूनम की हत्या, आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने किया खुलासा

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Published By Deepak Mishra
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शव को कंधे पर रखकर 250 मीटर दूर शव फेंककर भागा था आरोपी, डीसीपी पश्चिमी की क्राइम टीम ने किया वारदात का खुलासा

लखनऊ, अमृत विचार। जेहटा गांव की पूनम रावत (28) की हत्या एक तरफा प्यार में हुई थी। उसके प्रेमी सतीश राजपूत ने शादी के लिए दबाव बनाया। विरोध करने पर गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को कंधे पर लादकर 250 मीटर दूर उसकी दादी के मकान के सामने फेंककर भाग निकला। 

शनिवार को इस हत्याकांड का खुलासा डीसीपी पश्चिमी डॉ. दुर्गेश कुमार की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर किया। पुलिस के सामने आरोपी ने पूरी वारदात कुबूल कर ली। वहीं, पूनम के पिता ने पड़ोसी पर रंजिश में हत्या करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। जांच में आरोप गलत मिले।

डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने बताया कि शनिवार सुबह आउटर रिंग रोड मलहा अण्डर पास से शीतलखेड़ा निवासी सतीश राजपूत को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पूनम से उसकी दोस्ती कई सालों से थी। इधर, कुछ वक्त से पूनम ने बात करना कम कर दिया था। जिसे लेकर वह नाराज था। 10 जून की रात पूनम घर से पानी भरने के लिए निकली। उसे घर से निकलते देख सतीश पीछा करने लगा।

पीछा कर सुनसान स्थान पर की हत्या

एडीसीपी पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक पूनम का पीछा करते हुए आरोपी घर से करीब 200 मीटर दूर सुनसान जगह पहुंचा। वहां ताड़ के पेड़ के पास आरोपी ने पूनम को दबोच लिया। वह शादी करने के लिए कहने लगा। पूनम इस बात के लिए राजी नहीं हुई। सतीश ने उसकी पिटाई की। फिर दुपट्टे से गला घोंट कर हत्या कर दी। यह बात आरोपी ने पुलिस को बताई।

ढाई सौ मीटर शव लादकर ले गया आरोपी

एडीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि हत्या के बाद सतीश ने पूनम का शव कंधे पर लादा। करीब 250 मीटर पूनम की दादी शिवदेवी का मकान है। जिसके सामने सतीश ने प्रेमिका का शव फेंका था। पूछताछ में सतीश ने बताया कि दादी के मकान के पास शव फेंकने के पीछे मंशा थी कि पूनम का शव परिवार वालों को मिल जाए और अंतिम संस्कार हो सके।

पड़ोसियों पर लगे आरोप जांच में मिले गलत

डीसीपी पश्चिमी ने बताया कि शव मिलने के बाद पूनम के पिता राजेंद्र ने पड़ोसी सुबेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। रास्ते के विवाद को लेकर हत्या किए जाने के साक्ष्य नहीं मिले। ऐसे में पुलिस का शक गहरा गया।

परिवार से पूछताछ करने पर पता चला कि पूनम मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करती थी। पर, पुलिस के बार-बार पूछताछ करने पर पूनम का मोबाइल फोन मिल गया। जिसकी कॉल डिटेल में सतीश का नम्बर मिला। लोकेशन ट्रैक किए जाने पर दस जून की रात आरोपी के मौके पर होने की जानकारी हुई। वहीं, एक सीसीटीवी फुटेज में पूनम के पीछे सतीश जाते हुए भी दिखाई पड़ा था। डीसीपी के मुताबिक इस मामले में साक्ष्य छिपाने और एससीएसटी की धाराएं बढ़ा दी गई है।

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