Kanpur: 21 लाख लोगों ने ली योग की ऑनलाइन शपथ, विश्व रिकार्ड बनाने के लिए आज रात तक खुला रहेगा पोर्टल, ऐसे बनें हिस्सा...

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून से पहले योग की ऑनलाइन शपथ का विश्व रिकार्ड बनाने में जुटे राजभवन ने अभियान के पांचवें दिन ही लक्ष्य पार कर लिया। प्रदेश स्तर पर यह अभियान चल रहा है। ऑनलाइन शपथ का विश्व रिकार्ड बनाने के संबंध में 12 जून से प्रक्रिया शुरू करके 17 लाख शपथ पत्र का लक्ष्य रखा गया था। 

छात्र-छात्राएं एवं प्रदेश वासी ऑनलाइन शपथ लेकर विश्व रिकार्ड बनाने में अपना सहयोग दे रहे हैं। 16 जून की शाम तक ऑनलाइन शपथ के पोर्टल पर 17 लाख 75 हजार से अधिक शपथ पत्र हासिल किए जा चुके थे। 17 जून को 21 लाख से अधिक शपथ आनलाइन भरी जा चुकी थीं। पोर्टल 18 जून की रात्रि 12 बजे तक खुला रहेगा।

सीएसजेएम विश्वविद्यालय योग की ऑनलाइन शपथ में बढ़-चढ़कर भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है, यह जानकारी देते हुए कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने बताया कि कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से ऑनलाइन योग संबंधी शपथ का गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनेगा। इस अभियान में प्रदेश के 34 विश्वविद्यालय शामिल हैं। 

उन्होंने बताया कि ऑनलाइन योग संबंधी शपथ के लिए लिंक https://rajbhawanyogapledge.in/  पर जाकर ऑनलाइन शपथ सबमिट करके कैंपस और संबद्ध महाविद्यालयों के वर्तमान और पुरातन छात्र-छात्राओं के अलावा शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी विश्व रिकार्ड का हिस्सा बन सकते हैं।

सूर्य नमस्कार अनुलोम-विलोम और भ्रामरी करें किशोर 

सीएसजेएमयू के तत्वावधान में सोमवार को कैलाश सरस्वती इंटर कालेज, कल्याणपुर में हुई कार्यशाला में मधुमेह, कमरदर्द, जोड़ों के दर्द, थायरायड, उच्च और निम्न रक्तचाप के रोगियों ने योग का अभ्यास किया। किशोरों के लिए सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम सर्वाधिक उपयोगी है, क्योंकि इन अभ्यासों से अन्तःस्रावी तन्त्र संतुलित मात्रा में हारमोन्स रिलीज करता है।

सहायक आचार्य डॉ. रामकिशोर ने बताया कि मधुमेह नियंत्रण और बचाव के लिए अर्ध मत्स्येन्द्रासन, मण्डूकासन, भुजंगासन और धनुरासन का नियमित अभ्यास करना चाहिए। जोड़ों के दर्द के बचाव और प्रबंधन के लिए संधिसंचालन के अभ्यास करने चाहिए। कमर दर्द के रोगियों को पवनमुक्तासन, सेतुबंधासन, मेरुदण्डासन, मकरासन, भुजंगासन और धनुरासन का अभ्यास करना चाहिए। 

इस मौके पर प्रेम चन्द्र अग्निहोत्री, ओमकार मिश्रा, आकृति त्रिपाठी, पीहू सिंह, पूजा देवी आदि मौजूद रहे। उधर सीएसएजेएमयू कैंपस में आयोजित शिविर में सूक्ष्म व्यायाम, ग्रीवा संचालन आदि क्रियायें, आसान में वृक्षासन, पर्वतासन आदि, अनुलोम विलोम एवं भ्रामरी और अंत में ध्यान एवं शांतिपाठ का अभ्यास योग प्रशिक्षिका सोनाली धनवानी ने करवाया।

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