लखनऊ की इन सरकारी शिक्षिकाओं ने अपने प्रयास से विद्यालय को बना दिया निपुण, मुख्यमंत्री ने मंच पर किया सम्मानित

Amrit Vichar Network
Published By Ravi Shankar Gupta
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अमृत विचार लखनऊ। राजधानी के दो सरकारी विद्यालयों की शिक्षिका मधु यादव और स्वर्णलता ने अपने व अपने पूरे स्टाफ के प्रयास से विद्यालय को 100 प्रतिशत निपुण बना दिया। इन दोनो शिक्षिकाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लोकभवन में आयोजित बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के कार्यक्रम में मंच से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होने वाली गोसाईगंज के प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर की प्रधानाध्यापक मुध यादव ने अमृत विचार से कहा कि वह और उनका पूरा शिक्षक स्टाफ रेगुलर समयसे स्कूल जाता साथ ही एक-एक बच्चे पर ध्यान दिया जाता है।

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गोसाईगंज के प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर की प्रधानाध्यापक मुध यादव ने अमृत विचार से कहा कि वह और उनका पूरा शिक्षक स्टाफ रेगुलर समय से स्कूल जाता साथ ही एक-एक बच्चे पर ध्यान दिया जाता है- फोटो अमृत विचार

 

मधु यादव ने बताया कि उनके विद्यालय में 192 बच्चे पढ़ते हैं। वहीं मोहनलालगंज के प्राथमिक विद्यालय खुजौली की प्रधानाध्यापक स्वर्ण लता ने बताया कि 100% प्रतिशत बच्चों को निपुण बनाने के लिए उनके साथ पूरे स्टाफ ने कड़ी मेहनत की जिसके चलते उनको मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। उन्होंने कहा सरकार ने हमें क्या संशाधन दिया है क्या नहीं दिया है वह अलग बात है जरूरी ये है हमारे लिए हमें जा संशाधन मिले हैं उसमें हम कितना बेहतर कर पाते हैं उसके लिए हमने पूरा प्रयास किया है। 

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मोहनलालगंज के प्राथमिक विद्यालय खुजौली की प्रधानाध्यापक स्वर्ण लता ने बताया कि 100% प्रतिशत बच्चों को निपुण बनाने के लिए उनके साथ पूरे स्टाफ ने कड़ी मेहनत की जिसके चलते उनको मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। - फोटो अमृत विचार
 
बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा- समाज के उत्थान के लिए शिक्षा जरूरी

इस दौरान बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि किसी भी समाज के उत्थान और नागरिक विकास में शिक्षा मील का पत्थर साबित होता है। बिना शिक्षा के विकसित समाज की कल्पना करना संभव नहीं है। इसीलिए हमने सर्व समाज के लिए, हर वर्ग के लिए, बेहतर शिक्षा की व्यवस्था बनाई। हमारी सरकार ने बहुत ही तेजी से काम किया है। हम सब सर्व समाज को शिक्षित बनाने के लिए पिछले 7 वर्षों से काम कर रहे हैं। हर विद्यालय तक अपनी योजनाओं के माध्यम से पहुंचने में सफल हुए हैं।

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18 हजार से अधिक स्कूलों में समार्ट क्लास की स्थापना

 2017 में हमारे परिषदीय विद्यालयों की जो स्थिति थी, उसकी तुलना आज विद्यालयों से की जाए तो अंतर साफ दिखाई देगा। हमने 880 आईसी लैब स्थापित की है और 18381 परिषदीय उच्च विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस की स्थापना की जा चुकी है। आज पहले चरण में 88 लाख से अधिक छात्रों को यूनिफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग और स्टेशनरी उपलब्ध कराने के लिए  1200 रुपये ट्रांसफर किया गया है।

कोट........
"विद्यालयों को निपुण बनाने में शिक्षकों की अहम भूमिका है। सम्मान पाने वाली शिक्षिकायें अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। आगे पूरा प्रयास रहेगा कि 2025 तक सभी विद्यालयों को निपुण बनाया जा सके "
राम प्रवेश यादव बीएसए लखनऊ

 

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