शाहजहांपुर: दलदल बना रास्ता, गर्भवती को चारपाई पर ले गए एंबुलेंस तक
विकास की हकीकत...ग्रामीणों को रास्ता तक उपलब्ध नहीं
शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले के तमाम ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी रास्ते उपलब्ध नहीं हैं। अब बंडा क्षेत्र में तथाकथित विकास की आंखें खोलने का वाला दृश्य सामने आया है। गांव उदरा के लिए पक्की सड़क न होने से ग्रामीणों ने बारिश में कच्चे दलदलीय संपर्क मार्ग से होते हुए गर्भवती को अस्पताल ले जाने के लिए चारपाई पर लिटाकर गांव के बाहर खड़ी एंबुलेंस तक पहुंचाया।
शाहजहांपुर के बंडा क्षेत्र में बारिश से कीचड़ और जलभराव से गांव उदरा का कच्चा संपर्क मार्ग इतना खराब हो गया कि एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने के लिए घरवालों को उसे चारपाई पर लिटाकर गांव के बाहर खड़ी एंबुलेंस तक ले जाना पड़ा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया।
गांव उदरा टिकरी से मोहनपुर गांव को जोड़ने वाली करीब चार किमी सड़क कच्ची है। रोड पर बरसात में जगह-जगह पानी भर जाता है। ग्रामीण किसी तरह इसी मार्ग से आवागमन करते हैं, लेकिन स्कूल जाने वाले बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गांव में कोई बीमार पड़ने पर उसे अस्पताल पहुंचाना भी कठिन हो जाता है। बृहस्पतिवार को गांव के जितेंद्र सिंह को इसी तरह की मुश्किल का सामना करना पड़ा। उनकी पत्नी रविता देवी को प्रसव पीड़ा हुई तो उन्होंने 108 एंबुलेंस को कॉल किया।
एंबुलेंस लेकर चालक गांव के संपर्क मार्ग पर आया तो आगे गहरे गड्ढे और कीचड़ देख उसने गांव से कुछ दूरी पर ही एंबुलेंस रोक दी। इस पर जितेंद्र घरवालों की मदद से पत्नी को चारपाई पर लिटाकर एंबुलेंस तक लेकर गए। इस दौरान महिला प्रसव पीड़ा से कराहती रही। इसके बाद गर्भवती को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। गर्भवती को चारपाई पर ले जाते हुए गांव के लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला तो वह वायरल हो गया। गांव के बलदेव सिंह, मुख्तियार सिंह, हरपाल सिंह, जितेंद्र सिंह, हरविंदर सिंह आदि का कहना है कि रोड को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों से मांग की गई, लेकिन आज तक किसी ने सड़क बनवाने की जरूरत नहीं समझी। बारिश में स्थिति और खराब हो जाती है।
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