बलरामपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी, बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया निरीक्षण, पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

बलरामपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी, बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया निरीक्षण, पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

बलरामपुर,अमृत विचार। बाढ़ आपदा से प्रभावित पीड़ितों के साथ प्रदेश सरकार 24 घंटे खड़ी है। बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री, मेडिकल किट तथा अन्य जरूरी सहायता अधिकारी शीघ्र पहुंचाने का प्रबंध करें। बाढ़ के चलते जनधन हानि, पशुधन हानि तथा फसलों के नुकसान का मुआवजा तत्काल पीड़ितों को दिया जाए। यह बातें गुरुवार को बलरामपुर में बाढ़ क्षेत्र का हवाई सर्वे करने के बाद मझौवा गांव के निकट रेहार सोनार, गोंदीपुर आदि गांव के बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करते हुए मुख्यमंत्री योगी का आदित्यनाथ ने कही।

इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि इस वर्ष जुलाई के प्रथम सप्ताह में अप्रत्याशित ढंग से आई बाढ़ से पीलीभीत, लखीमपुर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, बहराइच ,श्रावस्ती व बलरामपुर सहित पूर्वांचल के कई जनपद प्रभावित हुए हैं। कुल 12 जनपदों की लगभग 16 से 17 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। बलरामपुर में करीब पांच दर्जन गांव बाढ़ पीड़ित है। अमूमन बाढ़ अगस्त के आखिरी सप्ताह, सितंबर तथा अक्टूबर में आती है इस बार इस बार आई बाढ़ में शासन और प्रशासन को चौकन्ना कर दिया है। हमने बाहर से निपटने की तैयारी पहले ही पूरी कर ली थी।

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उन्होंने कहा कि बलरामपुर में एनडीआरफ, एसडीआरएफ के साथ-साथ फ्लड पीएससी की टीम बाढ़ पीड़ितों की मदद लिए तैनात थी। पूर्व की तैयारी के चलते ही प्रशासन ने श्रावस्ती जनपद में बाढ़ के बीच फंसे 11 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के लिए स्वास्थ्य विभाग जरूरी कदम उठाए। ग्रामीणों को दूषित पानी उबाल कर ठंडा करने के बाद क्लोरीन की गोली डालकर पीने की सलाह दी जाए।

मुख्यमंत्री ने बीते दिनों बाढ़ के पानी में डूब कर मरने वाले कैराती गंगापुर निवासी किशोर प्रभु तथा नैतिक के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गोंदीपुर गांव निवासी बाढ़ पीड़िता सुनीता, छोटका, गुड़िया, अनीता, मझिला, रामकुमारी, परमा, कन्धईलाल, गुड़िया तथा मंजू देवी को बाढ़ राहत पैकेट वितरित किया।पैकेट में आटा, चावल, दाल, तेल, नमक, आलू, हल्दी आदि सामग्री मौजूद थी। सभी को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मेडिकल किट भी दी गई। इसके अलावा कार्यक्रम में करीब डेढ़ सौ लोगों को बाढ़ राहत सामग्री का वितरण किया गया।

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मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया की सभी बाढ़ पीड़ितों को राहत और बचाव सामग्री शीघ्र प्रदान की जाए। बाढ़ में डूब कर मरने वालों के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए। बाढ़ में मारे हुए पशुओं के मालिकों को उचित मुआवजा दिया जाए। बाढ़ में खराब हुई फसलों का सर्वे कर किसानों को मुआवजा शीघ्र दिया जाए।

इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी, सदर विधायक पल्टू राम, तुलसीपुर विधायक कैलाश शुक्ला, उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंह, पूर्व भाजपा विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू के साथ-साथ डीएम पवन अग्रवाल, एसपी विकास कुमार, सीडीओ संजीव कुमार मौर्य, सीएमओ डॉक्टर मुकेश रस्तोगी, अपर पुलिस अधीक्षक नम्रता श्रीवास्तव तथा योगेश कुमार, एडीएम प्रदीप कुमार तथा सीओ राजेश कुमार सिंह सहित जिले के तमाम अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

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