NHM: स्थानांतरण की मांग को लेकर आक्रोशित हैं संविदा कर्मचारी, मिशन निदेशक से मिलकर कही यह बात
लखनऊ, अमृत विचार। नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कार्यरत संविदा कर्मचारी स्थानांतरण की मांग को लेकर आक्रोशित हैं। यदि स्थानांतरण का मुद्दा हल नहीं होता है, तो 10 दिन बाद संविदा कर्मचारी मिशन निदेशक के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे। यह जानकारी एनएचएम संघ के प्रदेश अध्यक्ष मयंक ठाकुर ने दी है।
मयंक ठाकुर ने बताया कि शुक्रवार को संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक पिंकी जोवल से मुलाकात कर संविदा कर्मचारियों की समस्याओं की जानकारी दी। साथ ही स्थानांतरण के मुद्दे पर कर्मचारियों की मांग को रखा है।
इस दौरान मिशन निदेशक को यह भी जानकारी दी गई है कि यदि 10 दिन के भीतर स्थानांतरण संबंधित समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो कर्मचारी एनएचएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे और उन्हें रोक नहीं जा सकता। जिस पर मिशन निदेशक ने कर्मचारियों के स्थानांतरण को लेकर आश्वासन दिया है कि जल्द ही उनकी समस्याओं का निस्तारण कर दिया जाएगा। मिशन निदेशक की तरफ से कहा गया है कि फ़ाइल अप्रूवल के लिए गई है सहमति मिलते ही ट्रांसफर शुरू किया जायेगा।
केंद्र को लिखा जायेगा पत्र
मिशन निदेशक ने वेतन विसंगति पर कहा कि सब कुछ तैयार कर रखा है, लेकिन जितने कर्मचारियों को इसका लाभ मिलना है उतना बजट केंद्र से प्राप्त नही है, जिसके बजट के लिये केंद्र को पत्र लिखा जायेगा।
एनएचएम संघ के प्रदेश अध्यक्ष मयंक ठाकुर ने बताया कि 18 से 25 जुलाई तक बीमा की गाइडलाइन जारी हो जायेगी,बीमा 27 मार्च 2024 से लागू हो गया है। सभी कर्मचारियों को ईपीएफ का लाभ दिलाये जाने के लिए मिशन निदेशक ने EPFO कमिश्नर को पत्र जारी करने के लिए HR को निर्देशित भी किया।
बैठक में एनएचएम संघ के प्रदेश अध्यक्ष मयंक ठाकुर, महामंत्री आदित्य भारती, उपाध्यक्ष राम प्रताप सिंह, अनुज शर्मा, संगम गौतम, अस्मिता सिंह, प्रवक्ता मनोज कुमार, डॉ. हरजिंदर, अनुज मिश्रा, अतुल भदौरिया,यज्ञेश पाण्डेय, मुकेश चौधरी, शिवशंकर आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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