लखनऊः सीसीटीवी तो लगा दिए, मगर क्या फायदा कुछ विद्यालय कर दे रहे बंद
HIGHLIGHT
- 94 आश्रम पद्धति विद्यालय और 75 वृद्धाश्रम में सीसीटीवी लगवाए गए
- वृद्धाश्रम में सीसीटीवी काम कर रहे हैं और निदेशालय से मानीटरिंग की जा रही है
- कुछ विद्यालय में सीसीटीवी बंद कर दिए जा रहे हैं, बिजली की आवाजाही का दिया जा रहा तर्क
लखनऊ, अमृत विचार: आश्रम पद्धति विद्यालय में अध्यापकों पर नजर रखने के लिए लगाए गए सीसीटीवी का समाज कल्याण विभाग को लाभ पूरी तरह से नहीं मिल पा रहा है। कुछ विद्यालयों में सीसीटीवी बंद कर दिए जा रहे हैं और बिजली की आवाजाही का तर्क दिया जा रहा है। विभाग अब इर्न्वटर से इसको जुड़वाने की तैयारी में हैं।
बता दें कि समाज कल्याण विभाग की ओर से प्रदेश में 94 आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इनमें लगभग 32 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। विद्यालय आने के बाद अध्यापक उपस्थिति पंजिका में उपस्थिति दर्ज करने के बाद नदारद हो जाते थे। साथ ही कई अध्यापक समय पर विद्यालय नहीं पहुंचते थे। इसकी शिकायतें लगातार मिलने के बाद बायोमेट्रिक्स अटेंडेंस लगाने की कार्ययोजना बनाई गई और 1 जुलाई से बायोमेट्रिक्स (फेस रेकग्निशन) से उपस्थिति दर्ज की जा रही है।
अध्यापकों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए विद्यालयों में सीसीटीवी भी लगवाए गए हैं। सीसीटीवी कक्षाओं में भी लगे हैं। कक्षाओं में अध्यापक कब पहुंच रहे हैं और कितनी देर पढ़ा रहे हैं, इस पर भी निदेशालय में बैठे अधिकारी नजर रख रहे हैं। हालांकि कुछ विद्यालय सीसीटीवी बंद कर दे रहे हैं और बिजली की आवाजाही का तर्क दे रहे हैं। समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत ने बताया कि सीसीटीवी को जल्द ही इर्न्वटर से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि 75 वृद्धाश्रम में कैमरे लग गए हैं और मानीटरिंग की जा रही है।
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