खटीमा: बाढ़ की विभीषिका के हर बाढ़ पीड़ित को है मुआवजे की आस
ओम प्रकाश मौर्य, खटीमा, अमृत विचार। तीन सप्ताह पहले आई बाढ़ की विभीषिका में नगर और ग्रामीण क्षेत्र में हुई भीषण तबाही के बाद हर पीड़ित व्यक्ति मुआवजे के प्रति आशावान है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाढ़ पीड़ितों को तत्काल सहायता के रूप में पहले सात और फिर पांच कुल 12 करोड़ रुपये की धनराशि भेज दी है। जबकि बाढ़ पीड़ितों की तुलना में यह राशि अपर्याप्त है।
आठ जुलाई को बाढ़ की स्थिति के बाद नगर और ग्रामीण क्षेत्र के पीड़ित स्थलीय सर्वे, राहत सामग्री और मुआवजे की मांग को लेकर धरना, प्रदर्शन कर रहे हैं। इस पर अधिकारी उन्हें सर्वे कराने और मुआवजा देने का आश्वासन दे रहे हैं। बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि बाढ़ राहत सामग्री एवं अहेतुक राशि का वितरण बिना सर्वे के हुआ।
उन्होंने इसमें खासी बंदरबाट का भी आरोप लगाया है। नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश व्यापारी बाढ़ की स्थिति में अपना सब कुछ गवां चुके हैं। जिसमें इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रानिक, कपड़ा, किराना, मशीनरी, रेडीमेड कपड़ों आदि के व्यापारी हैं। वित्तीय संस्थानों के आर्थिक सहायता से चलने वाले व्यापारियों को उनके बीमे के आधार पर मुआवजे की उम्मीद है। कई वित्तीय संस्थानों के सर्वेयर बाढ़ में हुए नुकसान का आंकलन कर चुके हैं।
इसके अतिरिक्त बिना वित्तीय संस्थान के सहयोग से चलने वाले दुकानदार अभी तक सर्वे कार्य से भी वंचित चल रहे हैं। यद्यपि प्रशासन अपने सर्वेयरों द्वारा सर्वे करने का दावा कर रहा है लेकिन इस दावे से कई व्यापारी संतुष्ट नहीं हैं। खटीमा के विधायक भुवन कापड़ी एवं नानकमत्ता के विधायक गोपाल सिंह राणा भी अपनी रिपोर्ट में सर्वे कर उचित मुआवजे की मांग स्थानीय, जिला प्रशासन सहित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कर चुके हैं। लेकिन सर्वे काम कब पूरा होगा और मुआवजा कैसे मिलेगा यह कहा नहीं जा सकता।
व्यापारियों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है
खटीमा। सर्वे एवं मुआवजे के संबंध में तहसीलदार हिमांशु जोशी ने बताया कि अभी तक 12 करोड़ रुपये अहेतुक राशि बांटी जा चुकी है। वंचित लोगों का सर्वे कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी और बजट आने पर आर्थिक सहायता दी जा सकेगी। उन्होंने बताया कि पूर्व में बांटे गए अहेतुक राशि के चेकों में 40 चेक दो या दो से अधिक दिए गए थे जो वापस हो चुके हैं। यह भी बताया कि व्यापारियों को उनके नुकसान के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा गया है।
पांच हजार व्यापारियों का शत-प्रतिशत नुकसान हुआ
व्यापार मंडल अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल कहते हैं कि नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के पांच हजार से अधिक व्यापारियों का लगभग शत प्रतिशत नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा आश्वासन दिया गया है कि व्यापारियों को हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट द्वारा भी मुआवजे का आश्वासन सर्वे के बाद दिया गया है।