कासगंज : मंडराया यूनिट कटने का खतरा तो राशन पाने को कर रहे घर वापसी
शासन के निर्देश पर कराया जा रहा राशन कार्ड के लाभार्थियों का सत्यापन
कासगंज, अमृत विचार। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत दिए जाने वाले सरकारी खाद्यान्न के लभार्थियों का पूर्ति विभाग इन दिनों सत्यापन कर रहा है। खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता लाने के मकसद से राशन कार्ड में शामिल प्रत्येक सदस्य की ई-केवाईसी की जा रही है। कार्ड धारक अब ई-केवाईसी कराने के लिए परदेस से घर लौट रहे हैं।
जिले में अंत्योदय और पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड धारकों की संख्या दो लाख 91 हजार 49 है, जबकि राशन कार्ड में सदस्यों के नामों की संख्या दस लाख 91 हजार है। इनमें से प्रत्येक सदस्य की ई केवाईसी होना है। राशन कार्ड लाभार्थी की ई-केवाईसी का कार्य ई-पोस मशीन के जरिए उचित दर विक्रेताओं के सहयोग से निशुल्क कराया जा रहा है। बहुत से लोग जिले से विस्थापित होकर दूसरे शहरों में रहने लगे हैं। जिन्हें अब खाधान्न की जरूरत नहीं होती है। इसके अलावा कुछ लोगों ने मृतकों के नाम भी राशन कार्ड में नहीं कटवाए। लिहाजा सत्यापन के जरिए विस्थापितों व मृतकों के नाम स्वत: ही हट जाएंगे। कुछ लोग ऐसे हैं जो दूसरे जिलों व प्रदेशों में रहने चले गए हैं, लेकिन पूरी तरह से विस्थापित नहीं हुए हैं। ऐसे लोग अब ई-केवाईसी करने के लिए प्रदेश से घर लौट रहे हैं।
34 प्रतिशत लाभार्थियों ने कराई ई-केवाईसी
जिला पूर्ति अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि जनपद में अंत्योदय और पात्र गृहस्थी राशन कार्ड में 10 लाख 91 हजार नाम दर्ज हैं। इनमें से अब तक 2 लाख 91 हजार 49 ने ई-केवाईसी का कार्य पूर्ण कर लिया है। यानी 34 प्रतिशत सदस्यों ने कोटेदार के यहां पहुंचकर ई-केवाईसी कराई है।
प्रदेश में कहीं भी करा सकते हैं की ई-केवाईसी
अधिकारियों के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति बाहर है, तो वह प्रदेश के किसी भी शहर में रहकर कोटेदार के यहां जाकर ई-केवाईसी करा सकता है । इसके लिए जरूरी है कि उसके पास राशन कार्ड का पूरा विवरण होना चाहिए।
वर्जन
राशन कार्ड में शामिल सभी सदस्यों को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है। अब तक 34 प्रतिशत का ई-केवाईसी हो चुका है। वर्तमान में खाद्यान्न वितरण नहीं हो रहा है। ई-केवाईसी कराने में उपभोक्ताओं का आसानी होगी। 30 अगस्त तक राशन कार्ड धारक नजदीकी दुकान पर पहुंच कर ई केवाईसी जरूर करा लें। -अरुण कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी