Farrukhabad: सावन के चौथे सोमवार पर निकली कांवड़ यात्रा, महाकाल का किया गया जलाभिषेक, मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
On

फर्रुखाबाद, अमृत विचार। सावन के चौथे सोमवार को नगर के शिवालयों में शिव भक्तों की धूम रही। सुबह से शाम तक शिव मंदिरों में हर-हर महादेव की गूंज रही। शहर के पंडाबाग मंदिर, कोतवालेश्वर मंदिर, नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। बताते चलें कि पंडा बाग स्थित पांडेश्वर नाथ का मंदिर जहां महाभारत काल से जुड़े होने के कारण विख्यात है। वहीं आवास विकास स्थिति नर्मदेश्वर महादेव का मंदिर, नर्मदा नदी से प्रकट हुए शिव लिंग की वजह से लोगो के आस्था का केंद्र बना हुआ है। 

इस मंदिर के संबंध में मंदिर कमेटी के संरक्षक अनिल सिंह भदौरिया व विजय कटियार बताते हैं कि यह शिव लिंग नर्मदा नदी से प्राप्त हुआ था। जिसकी यहां स्थापना कम्पिल के महान आचार्यों ने की थी। इस वजह से यह स्थान सिद्ध माना जाता है। यहां आने वाला कोई भक्त खाली हाथ नही जाता है। प्रकृति की सजी संवरी छटाओं के बीच होने की वजह से यह स्थान अति मनोहारी बना हुआ है। सावन के चौथे सोमवार पर महिलाओं ने भी पांचाल घाट पहुंच कर गंगा स्नान किया और इसके बाद भव्य कांवड़ यात्रा निकाली। 

भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए करीब 151 कावड़ियों के साथ भव्य कावड़ यात्रा की वजह से नगर का माहौल शिवमय हो गया। पुलिस की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। कांवड़ यात्रा के आगे पुलिस की गाड़ी चल रही थी। 

कावड़ यात्रा पांचाल घाट गंगा तट से करीब 8 किलोमीटर पैदल चलकर शहर कोतवाली के मोहल्ला आराकसान स्थिति महाकाल मंदिर में जलाभिषेक कर संपन्न हुई। कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में युवतियों, महिलाओं व पुरुषों समेत बच्चे भी शामिल रहे। भोले के रंग में रंगी कांवड़ यात्रा में शामिल आस्था ने बताया कि भगवान भोलेनाथ में उसकी बहुत आस्था है, और उसी आस्था के तहत वह भगवान भोलेनाथ को गंगा जल अर्पण करने आई है।

यह भी पढ़ें- कानपुर में सेंट्रल स्टेशन के दोनों छोर पर बनेंगे रेल कोच रेस्टोरेंट, जल्द आमंत्रित किए जाएंगे टेंडर

 

संबंधित समाचार