गहनाग मेले में आसपास के जिलों से उमड़े श्रद्धालु : पश्चिम बंगाल से आए श्रद्धालुओं ने की मेलार्थियों की सेवा

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Published By Vinay Shukla
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मिल्कीपुर/ अयोध्या, अमृत विचार।  अमानीगंज ब्लॉक के गहनाग गांव में स्थित प्रसिद्ध नागपीठ गहनाग देव का अंतर्जनपदीय वार्षिक बड़ा मेला लगा। नागपंचमी के बाद पड़ने वाले सोमवार को लगने वाले इस मेले में प्रातः काल से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया। हजारों की संख्या में वाहनों से दूर-दूर से आये लोग लाइन में लगकर दर्शन पूजन कर रहे थे।

मेले में विभिन्न जनपदों से दुकानदार दो दिन पहले ही पहुंच चुके थे। मेले में लकड़ी और लोहे के सामनों की बिक्री ज्यादा रही। मेले में स्वयं सेवी संस्थाओं निरंकारी मिशन रुदौली, डा बंगाली रामनगर आदि की तरफ से सेवा व जलपान कैम्प लगाया गया। मेले में एक लाख से अधिक लोगों ने दर्शन पूजन किया। गहनाग मेले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों को लगाया गया था। इसके साथ डेढ़ कम्पनी पीएसी, अग्निशमन दस्ता, दो दर्जन महिला पुलिस, बीस सब इंस्पेक्टर दिन भर सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे। पांच स्थानों पर बैरियर लगाकर रूट चेंज किया गया था। खोया पाया कैम्प में करीब 30 बच्चों को उनके परिवार से मिलाया गया। पुलिस के अनुसार 18 स्थानों पर प्वाइंट बना कर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था। मेला सकुशल निपटने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली। इस मेले में पास पडोस के जिलों से भारी भीड़ जमा हो जाती है।

पश्चिम बंगाल से आए श्रद्धालुओं ने लगाया सेवा कैंप

पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले से 22 श्रद्धालुओं का जत्था  गहनाग मंदिर पर दर्शन के लिए दो दिन पहले से ही  पहुंचा। श्रद्धालुओं ने रामनगर चौराहे पर कैंप लगाकर लोगों को प्रसाद वितरित किया। दिलीप कुमार बंगाली के नेतृत्व में निःशुल्क दवा इलाज का कार्यक्रम पिछले 26 वर्षों से मेले में चलाया जाता रहा है। 24 परगना से आए संतु मजूमदार, अंजलि मंडल, गौरंगू दास, आरती दास, कबीर मंडल, शिखा राय, मीनाक्षी आदि लोगों ने सेवा कैंप में श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया।

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