Sabarmati Express Derail: 16 क्षतिग्रस्त बोगियों को JCB से ट्रैक के नीचे खंती में फेंका...रेलवे ने जल्दी यातायात बहाल के लिए की ये व्यवस्था

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Published By Nitesh Mishra
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रेलवे ने किसी दुर्घटना के बाद जल्दी यातायात बहाल करने के लिए पहली बार लगाईं 22 जेसीबी और हाइड्रा

कानपुर, अमृत विचार। गोविंदपुरी से भीमसेन स्टेशन के बीच हादसे का शिकार हुई साबरमती एक्सप्रेस की क्षतिग्रस्त बोगियों को ट्रैक से हटाकर रेल यातायात जल्दी बहाल करने के लिये रेलवे अधिकारियों ने 22 जेसीबी और हाइड्रा मंगवाए।

जांच-पड़ताल के बाद 16 क्षतिग्रस्त बोगियों को हटाने का फैसला हुआ। इन बोगियों को एक-एक करके जेसीबी और हाइड्रा की मदद से तेजी से ट्रैक के किनारे नीचे खंती में फेंकने का काम शुरू कर दिया गया। 

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दुर्घटन के बाद शनिवार सुबह उजाला होते ही एक तरफ ओएचई (ओवर डेह इलेक्ट्रिक) को ठीक करने के लिए मरम्मत टीम जुटी तो दूसरी ओर रेल पटरी बदलने का काम भी तेजी से शुरू किया गया। उत्तर मध्य जोन के महाप्रबंधक उमेश चंद जोशी घटनास्थल पर लगातार कैंप किए रहे।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि जांच के बाद पाया गया कि पटरी से उतरीं 22 बोगियों में 16 बोगियां परिचालन के लिहाज से बेकार हो चुकी हैं, लिहाजा इन्हें घटनास्थल के पास ही ट्रैक के किनारे फेंकने का फैसला हुआ। इन बोगियों को हादसे की जांच पूरी होने के बाद नीलाम कर दिया जाएगा। 

उत्तर मध्य जोन के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि रेलवे ने किसी दुर्घटना के बाह पहली बार इतनी बड़ी संख्या में जेसीबी मंगाई हैं, ताकि जल्द से जल्द ट्रैक पर यातायात बहाल किया जा सके।

पहले हादसा होने पर बोगियों को हटाने में घंटों समय बर्बाद होता था। लेकिन अब हादसा होने के कुछ ही घंटों में क्षतिग्रस्त बोगियों को हटा दिया जाता है।

 

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