रामपुर : ऑनलाइन हाजिरी को लेकर सचिव और वीडीओ ने जताया विरोध
निदेशक पंचायती राज उप्र को भेजा ज्ञापन
रामपुर/मिलक, अमृत विचार। सोमवार को मिलक स्थित ब्लॉक परिसर में ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के बैनर तले ग्राम सचिव और ग्राम विकास अधिकारी एकत्रित हुए। काली पट्टी बांधकर शासन द्वारा लागू किए गए ऑनलाइन उपस्थिति सिस्टम का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया।
उन्होंने परेशानियां का हवाला देकर पंचायती राज निदेशक उत्तर प्रदेश को एक ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत के समूह द्वारा ग्राम विकास अधिकारी की नियुक्ति होती है। जिस कारण उनका मुख्यालय का स्थायित्व निर्धारित नहीं होता है। पंचायत स्तर पर विभिन्न विकास योजनाओं के क्रियान्वयन, निरीक्षण, जनसंपर्क, सर्वेक्षण एवं पंचायत स्तरीय विभिन्न विभागों के द्वारा किए जा रहे कार्यों के समन्वय से जुड़ा है। उनका कार्यक्षेत्र फील्ड पर आधारित है। ऐसे में ऑनलाइन उपस्थिति कार्यालय पर होना अनुकूल और अनुरूप है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में लगभग 29 से अधिक विभागों का कार्य ग्राम पंचायत सचिव द्वारा वर्तमान में मांग आधारित न होकर पूर्ण रूप से लक्ष्य आधारित हो गया है। जिससे सचिवों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। क्षेत्रीय भौगोलिक काम से भी ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली लागू हो पाना भी संभव नहीं है।लिखा की अधिकांश अवकाश के दिनों में भी राष्ट्रीय पर्वों, धार्मिक,जनहित के कार्यों, दैवीय आपदाओं में शासन प्रशासन के आकस्मिक निरीक्षण, चौपाल और रात्रि के कार्यक्रमों में असमय जूम मीटिंग के माध्यम से जुड़ने की बाध्यता होती है। इसलिए ऐसी परिस्थितियों में ससमय ऑनलाइन उपस्थिति परिणाम प्रणाली निष्प्रभावी होगी। ऑनलाइन उपस्थिति किसी थर्ड पार्टी ऐप को फोन की एक्सेस देना निजता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन भी है। उन्होंने ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली को तत्काल स्थगित करने की मांग की है। इस दौरान ब्लॉक स्तर के सभी ग्राम सचिव और ग्राम विकास अधिकारी मौजूद रहे।
