मुरादाबाद : रामगंगा पुल के टूटे बेयरिंग का मामला ठंडे बस्ते में, भारी वाहनों को आवागमन शुरू...हो सकता है हादसा
मुरादाबाद, अमृत विचार। यूपी को उत्तराखंड से जोड़ने में अहम भूमिका निभाने वाला रामगंगा पुल के बेयरिंग काफी दिन पहले से टूटे पड़े हैं। उत्तराखंड इस पुल से ही अधिकतर भारी वाहन गुजरते हैं। जिससे पुल पर किसी भी दिन बड़ा हादसा होने का खतरा बना है। लोक निर्माण विभाग ने इस पुल के बेयरिंग बदलने के लिए मुम्बई से इंजीनियर बुलाए थे। लेकिन उसके बाद से पुल के बेयरिेंग बदलने का मामला अब ठंडे बस्ते में पड़ा है। इस मामले में विभाग के अधिकारी कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
रामगंगा पुल से गुजरने वाले वाहनों के लिए खतरा बना हुआ है। पुल के बेयरिंग काफी दिनों से टूटे पड़े हैं। लोक निर्माण विभाग की ओर से इसमें ढिलाई बरती जा रही है। पुल परीक्षण के लिए दो महीने पहले लोनिवि के मुख्य अभियंता ने मुम्बई से निजी कंपनी के अनुभवी इंजीनियर बुलाए थे। जिनके परीक्षण करने के सप्ताह भर बाद कंपनी ने रिपोर्ट देने के 19 लाख रुपये मांगे थे। उस वक्त परीक्षण करने आई इंजीनियरों की टीम के साथ पैसे को लेकर बात नहीं बन पाई थी। जिस पर विभाग के उच्च अधिकारियों ने भी असहमति जताई थी। फिर विभाग के ठेकेदारों द्वारा इंजीनियर बुलाकर उनके बेयरिंग बदलवाने की कवायद शुरू की थी। लेकिन मामला अभी तक वहीं अटका है।
ऐसे में कांवड़ यात्रा के बाद पुल पर हैवी ट्रैफिक का आवागमन शुरू हो गया है। उत्तराखंड और बरेली, लखनऊ, पीलीभीत और अन्य जिलों से भारी वाहन पुल से गुजरने लगे हैं। विभाग के मुख्य अभियंता संजय सिंह ने बताया कि पुल के टूटे बेयरिंग के परीक्षण के लिए विभाग के ठेकेदारों के निजी इंजीनियरिंग से परीक्षण करने की बात चल रही है। इसके लिए शासन को 15 दिन पहले ही पुल के बेयरिंग बदलने के लिए 90 लाख रुपये का इस्टिमेट बना कर भेजा गया है। जल्द ही पुल के बेयरिंग बदलने के लिए धनराशि आवंटित हो जाएगी। जिसके बाद बेयरिंग बदलवा दिए जाएंगे।
ये भी पढे़ं : दो सितंबर को मुरादाबाद आएंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पुलिस अकादमी में पासिंग आउट परेड में भी लेंगे हिस्सा