रुद्रपुर: 13.51 करोड़ गबन प्रकरण में दो और संदिग्ध हुए चिन्हित
रुद्रपुर, अमृत विचार। एनएच की मुआवजा राशि 13.51 करोड़ का गबन करने के प्रकरण में अहम किरदार निभाने वाले बैंक शाखा प्रबंधक और सहायक शाखा प्रबंधक की गिरफ्तारी के बाद तीन संदिग्धों की तलाश के बाद अब पुलिस टीम ने दो संदिग्धों को भी चिन्हित कर लिया है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए अब पुलिस की विशेष टीम ने पांच चिन्हित संदिग्धों की गिरफ्तारी की ठोस रणनीति बनाते हुए कई राज्यों में दबिश देनी शुरू कर दी है।
दो सितंबर को समीक्षा बैठक के दौरान एनएच के काला-एसएलओ के संयुक्त खाते से 13.51 करोड़ की धनराशि को फर्जी चेक, आदेश पत्र सहित दस्तावेजों के आधार पर निकालकर गबन कर दिया था। कारण एनएच और एसएलओ का खाता नैनीताल हाईवे स्थित इंडसइंड बैंक शाखा रुद्रपुर में था। प्रकरण का खुलासा होते ही तत्काल टीम ने तफ्तीश की और महज चौबीस घंटे के अंदर ही इंडसइंड बैंक शाखा प्रबंधक देवेंद्र सिंह और सहायक प्रबंधक प्रियम सिंह को अहम किरदार निभाने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
प्रारंभिक तफ्तीश में पुलिस टीम ने तीन संदिग्ध चिन्हित किए। जो चेक लाकर बैंक में ऑनलाइन ट्रांसफर करते थे। प्रकरण के तीसरे दिन की तफ्तीश में पुलिस को तीन नहीं, बल्कि दो और संदिग्धों के शामिल होने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने सीडीआर, सीसीटीवी कैमरे की फुटेजों को बारीकी से खंगाला तो दो संदिग्धों की भूमिका भी गबन प्रकरण में सामने आई। अब पुलिस टीम ने तीन नहीं, बल्कि पांच संदिग्धों को चिन्हित कर लिया है और संभावित ठिकानों पर पुलिस की टीम रवाना कर दबिश देनी शुरू कर दी है।
अब देखना यह है कि पुलिस की जांच में किस-किस की भूमिका सामने आती है और चिन्हित संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद ही 13.51 सरकारी धन गबन का क्या खुलासा होता है। यह आने वाला समय ही बताएगा। एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोडके ने बताया कि तीसरे दिन की तफ्तीश में अब पुलिस की रडार पर तीन नहीं, बल्कि पांच लोगों को चिन्हित किया है। जिनके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तार कर पर्दाफाश किया जाएगा। अभी पुलिस की तफ्तीश में कई लोग शामिल है।