मंदिर में चाहिए एंट्री तो करने होंगे ये रूल्स फॉलो, नहीं तो भूल जाएं दर्शन
अमृत विचार। भारत को मंदिरों का देश कहा जाता है। जिसकी भव्यता को देखने देश से लेकर विदेश तक के लोग आते हैं। एक से बढ़कर एक प्राचीन मंदिर अपनी खूबसूरती और भव्यता के लिए जाने जाते हैं। सनातन धर्म में इन मंदिरों को विशेष महत्वता है। रोजाना अपनी परेशानियों, सुख और दुख को बांटने के लिए लाखों की संख्या में भक्त मंदिर पहुंचते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जहां पर दर्शन करने के लिए आपको एक प्रॉपर ड्रेस कोड को फॉलो करना पड़ता है। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो मंदिर में दर्शन करना भूल जाइए। जानते हैं कि आखिर कौन से हैं वो मंदिर।
कोट्टनकुलंगरा देवी मंदिर
दक्षिण भारत का कोट्टनकुलंगरा देवी मंदिर में सभी को प्रवेश नहीं मिलता है। यह पर पुरुषों का प्रवेश वर्जित है। किसी भी उम्र के पुत्र यहां पर प्रवेश नहीं कर सकते हैं। इस मंदिर में सिर्फ किन्नर और महिलाओं को ही प्रवेश दिया जाता है। ऐसे में अगर कोई पुरुष यहां दर्शन करना चाहता है तो उन्हें महिलाओं का भेष धारण करना पड़ता है तभी एंट्री मिलेगी।
तिरुपति बालाजी
बालाजी के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक तिरुपति बालाजी का मंदिर है। इस मंदिर में ड्रेस कोड को लेकर काफी सख्त नियम है। मंदिर परिसर में कोई भी शॉर्टस या टी-शर्ट पहन कर नहीं जा सकता है। मंदिर में पुरुषों को धोती पहनकर और महिलाओं को साड़ी पहनकर ही दर्शन करने की अनुमति है।
महाकाल मंदिर
यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। उज्जैन के महराज कहे जाने वाले बाबा महाकाल के इस मंदिर में हर साल लाखों-करोड़ों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर में किसी भी भक्त को जींस, टी-शर्ट पहनकर जलाभिषेक करने की अनुमति नहीं हैं। हाकाल के मंदिर में पुरुषों को धोती-कुर्ता और महिलाएं को साड़ी पहनकर आनी की अनुमति है।
घृष्णेश्वर महादेव मंदिर
भगवान भोलेनाथ के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक घृष्णेश्वर महादेव मंदिर में कपड़ों को लेकर सख्त नियम हैं। मंदिर में चमड़े वाली वस्तुओं को ले जाने की अनुमति नहीं है। मंदिरों में जाते समय पुरुषों को अपने ऊपर के हिस्से के कपड़ों को उतारना होता है। महिलाओं को पारंपरिक कपड़े पहनने होते हैं।
गुरुवायूर कृष्ण मंदिर
भगवान कृष्ण के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक मंदिर, जो अपने धार्मिक और पौराणिक महत्व की वजह से जाना जाता है। वह केरल का प्रसिद्ध गुरुवायूर कृष्ण मंदिर है। इस मंदिर में एंट्री पाने के लिए ड्रेस कोड ही फॉलो करना होगा। बिना उसके एंट्री नहीं मिलती है। महिलाओं को केवल साड़ी और सूट पहनकर एंट्री मिलती है। वहीं पुरुषों की बात की जाए तो उन्हें पारंपरिक लुंगी पहनकर ही दर्शन करने का मौका मिलता है। मंदिर में वेस्टर्न कपड़े पहनकर आना बिल्कुल वर्जित है।
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