कानपुर में एकता की हत्या का आरोपी विमल सोनी: अफसरों पर रौब दिखाकर करता रहा नौकरी, कई बार विवाद के बाद भी टिका रहा जिम ट्रेनर

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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कानपुर, अमृत विचार। ग्रीनपार्क जिम का ट्रेनर विमल सोनी स्टेडियम के अफसरों को बड़े-बड़े अधिकारियों से अपनी नजदीकी का रौब दिखाकर ऐंठ दिखाता था। इस कारण स्टेडियम के अफसर और अन्य कोच उससे बात करने से घबराते थे। 

स्टेडियम में प्रोत्साहन समिति के जरिये तैनात हुए विमल के रुतबे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ग्रीनपार्क में खेल अधिकारी से विवाद होने के बाद भी उसकी पैरवी प्रशासन के कई अधिकारियों ने की थी। प्रोत्साहन समिति से ट्रेनर को हटाने के बाद प्रशासन के एक अधिकारी ने खेल अधिकारी की पुरानी फाइन खंगालनी शुरू कर दी थी। जिसके बाद ट्रेनर को फिर से तैनाती दे दी गई थी। 

ग्रीनपार्क के एक कोच ने बताया कि स्टेडियम में विमल को किसी खेल अधिकारी का डर नहीं था। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की हनक दिखाकर वह सभी को अर्दब में लेता और डराता था। जिम में और भी ट्रेनर हैं, लेकिन केवल कागजी काम ही निपटाते रहते हैं। अगर कोई दूसरा ट्रेनर किसी अधिकारी की मदद के आगे आता तो वह उनसे अभद्रता करता था। वह शहर के कई अधिकारियों को उनके घर पर जाकर ट्रेनिंग देता था। उसका कई बार स्टेडियम में विवाद हो चुका था लेकिन कोई अधिकारी कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पाया।

अफसरों को ट्रेनिंग देता था विमल 

राहुल ने बताया कि ऑफिसर्स क्लब में जिम ट्रेनर विमल कई अधिकारियों को ट्रेनिंग देने जाता था। इसी कारण उसकी कई अधिकारियों व अफसरों के कार्यालय में तैनात कर्मचारियों से अच्छी जान-पहचान थी। उसका अक्सर कैंपस में आना-जाना रहता था और उसे कोई रोकता-टोकता भी नहीं था। इसीलिए उसने क्लब को ही घटना के लिए चुना। बड़ी आसानी से वहां शव दफनाकर चला गया।

सुबह से रात तक बाहर रहता था विमल 

भाभी कल्पना ने बताया कि विमल सुबह 5 बजे से रात 12 बजे तक घर से बाहर रहता था। कभी-कभी ही दिन में कुछ देर के लिए आता था। वह अक्सर होटल से खाना खा लेता था। घरवालों से कुछ नहीं लेता था न ही ज्यादा किसी से बात करता था। कल्पना के अनुसार उसने यह हत्या क्यों की, इसकी जानकारी नहीं है।

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