पौड़ी: नए-नवेले पोस्टमास्टर ने डाकघर को लिखा ढ़ाकघर, पौड़ी को पैटी, 1500 को पद्रासे,2750 को सताइसे

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Published By Bhupesh Kanaujia
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पौड़ी, अमृत विचार। पौड़ी जिले में चयनित शाखा डाकपाल (पोस्ट मास्टर) द्वारा हिंदी में आवेदन पत्र न लिख पाने का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। हालांकि, चयनित डाकपाल ने हरियाणा बोर्ड से हाईस्कूल की परीक्षा में हिंदी में 95 अंक प्राप्त किए थे, फिर भी वह हिंदी में आवेदन पत्र लिखने में असमर्थ रहा। 

मंगलवार को प्रधान डाकघर पौड़ी में चयनित शाखा डाकपाल को डाक अधीक्षक दीपक शर्मा ने हिंदी में आवेदन पत्र लिखने को कहा। जब डाकपाल ने आवेदन पत्र लिखा, तो उसके द्वारा लिखे गए शब्दों में गड़बड़ियां थीं, जैसे "अदीशय" (अधिषय), "मेव्य" (महोदय), "ढाकघर" (डाकघर) और "पैटी" (पौड़ी)। इसके अलावा, उसने हिंदी अंकों को भी गलत लिखा, जैसे 1500 को "पद्रासै" और 2750 को "सताइसे"।

शैक्षणिक दस्तावेज सही होने के बावजूद सवाल  
चयनित डाकपाल के शैक्षणिक दस्तावेज सही पाए गए हैं, और उसने हिंदी, अंग्रेजी, गणित, और अन्य विषयों में अच्छे अंक प्राप्त किए थे। इसके बावजूद, डाक विभाग में कार्य संचालन के लिए आवश्यक हिंदी में लिखने की क्षमता का अभाव सवाल उठाता है। डाक अधीक्षक दीपक शर्मा ने कहा कि इस मामले में रिपोर्ट डाक परिमंडल देहरादून भेज दी गई है, और उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देशों के बाद कार्रवाई की जाएगी।

चयन प्रक्रिया पर सवाल
इस घटना ने डाक विभाग की चयन प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर जब ऐसे व्यक्ति को हिंदी में दक्षता की आवश्यकता वाली पद पर नियुक्त किया गया है। इससे पहले भी, पौड़ी में चयनित ग्रामीण डाक सेवकों के शैक्षणिक दस्तावेजों में गड़बड़ी पाई गई थी, जिनमें से कुछ के दस्तावेज फर्जी पाए गए थे, जबकि कुछ चयनित डाक सेवक पूछताछ के बाद गायब हो गए थे। डाक अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में विभागीय कार्रवाई उच्च अधिकारियों की सलाह के बाद की जाएगी।

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