बरेली : जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय का बाबू रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार

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Published By Pradeep Kumar
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मदरसे को एक गांव से दूसरे गांव में स्थानांतरित करने के लिए मांगी थी रिश्वत

बरेली, अमृत विचार। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय में तैनात बाबू आसिफ को विजिलेंस की टीम ने मंगलवार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आसिफ ने बहेड़ी के गांव रजपुरा में चल रहे एक मदरसे को वसुधरन जागीर में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव ऊपर भेजने के लिए प्रबंधक से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी और किस्तों में पैसा ले रहा था।

वसुधरन जागीर गांव में रहने वाले मोहम्मद आरिस की ओर से की गई शिकायत के मुताबिक वह फरवरी 2024 में मदरसा मंजूरिया अख्तरूल उलूम के प्रबंधक बने थे जो पहले रजपुरा गांव में चल रहा था। उन्हें वहां जाने में दिक्कत हो रही थी, इसलिए उन्होंने मदरसे को अपने गांव में स्थानांतरित करने के लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के कार्यालय में आवेदन किया। कार्यालय के वरिष्ठ सहायक (वक्फ) मोहम्मद आसिफ ने प्रस्ताव तैयार करके लखनऊ भेजने की एवज में उनसे एक लाख रुपये की मांग की। असमर्थता जताने पर भी आसिफ नहीं माना। वह छह महीने से चक्कर लगा रहे थे लेकिन वह टस से मस नहीं हुआ।

मोहम्मद आरिस ने इसके बाद पहले विजिलेंस में शिकायत की, फिर योजना के मुताबिक आसिफ से मिलकर किस्तों में पैसा देने की बात । इस पर वह तैयार हो गया। मंगलवार को विजिलेंस की टीम उन्हें साथ लेकर विकास भवन पहुंची जहां मोहम्मद आसिफ अपने पटल पर बैठा काम कर रहा था। बातचीत होने के बाद आरिस ने जेब से 18 हजार रुपये निकालकर मोहम्मद आसिफ को पकड़ाए जो उसने अपनी मेज की दराज में रख लिए। इसी दौरान विजिलेंस टीम ने पहुंचकर उसे दबोच लिया। माजरा भांपने के बाद आसिफ ने कक्ष से भागने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो पाया।
थाना विजिलेंस में दर्ज हुई रिपोर्ट

एसपी विजिलेंस अरविंद कुमार ने बताया कि मोहम्मद आरिस की शिकायत पर इंस्पेक्टर विजिलेंस चिंतामणि शर्मा के नेतृत्व में यह कार्रवाई कर वरिष्ठ सहायक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। उन्होंने बताया कि यदि कहीं रिश्वत मांगी जा रही है, तो पीड़ित व्यक्ति हेल्पलाइन नंबर 9454401866 पर शिकायत कर सकता है।

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