केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने साथी पूर्व दरोगाओं के साथ ट्रेनिंग के दिनों की यादें की ताजा 

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Published By Monis Khan
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पूर्व दरोगाओं के पुनर्मिलन कार्यक्रम में 42 साल पहले ट्रेनिंग के दौरान की हरकतें की बयां

मुरादाबाद, अमृत विचार। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल अपने 42 साल पुराने बैचमेट्स के साथ पुलिस ट्रेनिंग के संस्मरणों को याद करते हुए ठहाके लगाते रहे। यूपी पुलिस के 1982-83 बैच के पूर्व दरोगाओं ने पुनर्मिलन कार्यक्रम में प्रशिक्षण के दौरान साथियों की मजेदार हरकतों की चर्चा करके खूब ठहाके लगाए। पुनर्मिलन कार्यक्रम में करीब सवा सौ दरोगा अपने परिवार के साथ शामिल होने पहुंचे थे।

डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी (उस समय की पीटीसी प्रथम) और पीटीसी (उस समय की पीटीसी द्वितीय) से प्रशिक्षण हासिल करने वाले 1982-83 बैच के दरोगाओं ने शनिवार को मिड टाउन क्लब में पुनर्मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया। संयोजक रिटायर्ड डिप्टी एसपी सर्वेंद्र सिंह ने बताया कि पुनर्मिलन कार्यक्रम में 110 पूर्व दरोगा शामिल होने के लिए विभिन्न जनपदों से पहुंचे थे। 46 पूर्व दरोगा अपनी पत्नियों को भी साथ लेकर आए थे। इस दौरान दरोगाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी और ट्रेनिंग के दौरान के साथियों का कच्चा चिट्ठा भी खोला। कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी, पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। केंद्रीय राज्य मंत्री भी इसी बैच के पास आउट दरोगा हैं और बाद में राजनीतिक सफर पर निकल कर केंद्रीय राज्यमंत्री बन गए। केंद्रीय राज्यमंत्री ने साथियों के साथ ही अपने ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टरों और पीटीआई से लेकर ट्रेनिंग कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल बीपी सिंघल तक के जुड़े संस्मरण सुनाकर साथियों को अपनी याददाश्त का लोहा मनवा दिया। पुराने दिनों की चर्चा शुरू हुई तब फिर साथियों के चलने से लेकर बोलने तक और मेस में खाने से लेकर ट्रेनिंग के दौरान मिली पिटाई और डांट के किस्से भी खुलकर सामने आए। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद कई पूर्व दरोगाओं की पत्नियां अपने पतियों की हरकतों को सुनकर लुत्फ उठाती रहीं और साथी खुलकर ठहाके लगाते रहे। कार्यक्रम में ऐसा समय रंग जमा कि हर कोई अपना किस्सा सुनाने के लिए बेताब हो उठा। गीतों की प्रस्तुतियों के बीच पांच घंटे का समय बीतते देर नहीं लगी। इसके बाद धीरे-धीरे लोगों ने विदा लेनी शुरू कर दी और जल्द ही फिर मिलने का वायदा किया। कार्यक्रम में कुछ लोग ऐसे मिले जो प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सीधे 42 साल बाद साथियों से रूबरू हो रहे थे। कार्यक्रम में सर्वेंद्र सिंह, रवींद्र पाल सिंह, संजय विश्नोई, दीपक मलिक, कृष्ण अवतार सिंह, परवेज सलीम सिद्दीकी, रामेंद्र शर्मा सुरेश चंद्र मिश्रा, भारत सिंह, प्रदीप श्रीवास्तव, शिशिर त्रिवेदी, गोरखनाथ यादव, बलजीत कसाना, जगतराम जोशी, संजय गोयल, वीर विक्रम सिंह, उमेश कुमार सिंह और देवराज राठी ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी साथियों को गुदगुदाया।

अपना ट्रेनिंग सेंटर फिर देखने की हसरत रही अधूरीपु

नर्मिलन कार्यक्रम में पहुंचे दरोगाओं ने कार्यक्रम के दौरान डॉ भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी और पीटीसी के भ्रमण का कार्यक्रम भी तैयार किया था, लेकिन अपने प्रशिक्षण संस्थान को देखने की हसरत अधूरी रह गई। साथियों ने बताया कि उस समय की अधिकांश बैरकों को तोड़ कर नई बैरकों में तब्दील किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रशिक्षण कॉलेज में कई स्थानों पर निर्माण कार्य चलने के कारण सब कुछ अस्त-व्यस्त और धूल-धूसरित हो रहा है। इस पर फिर सहमति बनी कि प्रशिक्षण कॉलेज को फिर अगली बार देखा जाएगा।

केंद्रीय राज्य मंत्री ने साथियों के साथ मनाई शादी की सालगिरह

मुरादाबाद। केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल की शनिवार को शादी की सालगिरह भी थी। इसकी जानकारी जब साथियों को हुई तो वहीं पर केक मंगा लिया गया। साथियों के आग्रह पर प्रो. बघेल और उनकी पत्नी मधु बघेल ने साथियों के साथ केक काटा। साथियों ने बघेल दंपती को शुभकामनाएं भी दीं। साथियों के उत्साह को देखकर अभिभूत केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि वह इससे पहले इतनी यादगार शादी की सालगिरह कभी नहीं मनाई, जहां पर उनके इतने साथी एक साथ मौजूद होकर उन्हें शुभकामनें दे रहे हों। इस बार की शादी की सालगिरह को साथियों ने यादगार बना दिया।

 

पत्थरबाजी व आगजनी में आत्मरक्षा को पुलिस ने उठाया सही कदम : बघेल

केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी बघेल ने कहा कि संभल में सर्वे के दौरान जिस तरह से पुलिस को घेर कर पत्थरबाजी और आगजनी की गई, उसमें आत्मरक्षा के लिए पुलिस ने जो भी कदम उठाया वह सही है। अब जो लोग संभल जाने की बात कह रहे हैं, वह मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए जाना चाहते हैं। उन्होंने कोर्ट के सर्वे में मुस्लिमों को सहयोग करने की बात कही। कर नहीं तो डर नहीं के सिद्धांत के अनुसार मुस्लिम पक्ष को सर्वे में सहयोग करना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहां सर्वे प्रभावित करने की कोशिश के साथ ही पुलिस टीम को घेरा गया। पुलिस पर पथराव कर उनके वाहन तोड़े गए। ऐसे में आत्म रक्षा के लिए संभल पुलिस ने जो भी कदम उठाया उसे किसी भी हालत में गलत नहीं कहा जा सकता है। मैं यह कहना चाहता हूं कि जो लोग संभल जा रहे हैं, वह अभी न जाए। अभी पुलिस वहां की स्थिति संभालने में जुटी है। जब नेता जाएंगे तो उनकी सुरक्षा में पुलिस को लगना पड़ेगा, जिससे संभल में व्यवस्था बनाने में जुटी पुलिस का काम प्रभावित होगा। मैं आगरा से मुरादाबाद आया हूं। मेरा सीधा रास्ता संभल से ही है। लेकिन वहां की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मैं खुद दिल्ली होकर आया और संभल में नहीं गया। 

योजनाओं को लेकर गंभीर रहे अधिकारी : बघेल

केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन व डेयरी राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने सर्किट हाउस सभागार में मंडल के विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने सरकार की योजना और कार्यों को सरकार की मंशा अनुरूप न किए जाने पर नाराजगी जताई। साथ ही अधिकारियों को योजनाओं को पूर्ण रूप से धरातल पर लाने को कहा। उन्होंने डीपीआरओ की छोटी ग्राम पंचायत में विकास कार्य के आने वाली धनराशि को बढ़ाने के सुझाव पर विचार करने का आश्वासन दिया।शनिवार को सर्किट हाउस सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री, मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी, पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार एसपी सिंह बघेल ने सरकार की योजनाओं और विभागीय कार्य को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में मंडल के सभी जिलों के मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी, पंचायती राज विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। राज्यमंत्री ने कहा कि पंचायत सहायकों की ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में बने मिनी पंचायत सहायक भवन में ग्राम प्रधान सप्ताह में एक दिन बैठे और वहीं गांव की समस्याओं का समाधान करें। साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि अभियान चलाकर ग्राम पंचायतवार विधवाओं एवं दिव्यांगजनों का चिह्निकरण कर लाभार्थीपरक योजनाओं से लाभान्वित किया जाए। पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशानुसार किसानों को परंपरागत खेती के अलावा पशुपालन, कुक्कुट पालन, शूकर पालन, मधुमक्खी पालन, बकरी पालन, मछली पालन, फूलों एवं फलों की खेती, ऑर्गेनिक खेती पर ध्यान देना चाहिए। जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके। इसके अलावा उन्होंने कहा कि लिंग वर्गीकृत वीर्य एवं कृत्रिम गर्भाधान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। समीक्षा बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, उप निदेशक पंचायती राज, सहायक निदेशक मत्स्य, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, रामपुर, संभल, जिला पंचायती राज अधिकारी मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, बिजनौर, रामपुर सहित मत्स्य विभाग के मंडलीय अधिकारी मौजूद रहें।

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