अमरोहा : जेलर व डिप्टी जेलर को निलंबित करना भाजपा सरकार की तानाशाही -समरपाल

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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सपा विधायक ने संभल की घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा

अमरोहा, अमृत विचार। नौगांवा विधानसभा से सपा विधायक समरपाल सिंह ने संभल हिंसा को लेकर प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि सपा डेलिगेशन द्वारा मुरादाबाद में जेल में बंद आरोपियों से मिलने पर राज्य सरकार ने जेलर और डिप्टी जेलर पर जो कार्रवाई की है वह निंदनीय है। यादव नाम की वजह से जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित किया गया, ये भाजपा की तानाशाही है। साथ ही उन्होंने संभल की घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा।

बुधवार को बिजनौर रोड स्थित सपा नेता शशिकांत गोयल के आवास पर नौगांवा सादात विधानसभा से सपा विधायक समरपाल सिंह ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने बताया कि संभल हिंसा के बाद मुरादाबाद जेल में बंद आरोपियों से मिलने के लिए वह खुद गए थे। सपा डेलिगेशन की मुलाकात कराने के मामले में सरकार ने जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया। यह शर्मनाक है। कहा कि यादव होने की वजह से जेलर को निलंबित किया गया। भाजपा सरकार की तानाशाही है। सपा विधायक समरपाल ने संभल हिंसा में पाकिस्तानी कारतूस मिलने के सवाल पर कहा कि इससे साबित होता है कि यह केंद्र सरकार की कमजोरी है। सीमा पर सुरक्षा बल कमजोर हैं। कैसे कोई पाकिस्तान से कारतूस लेकर कैसे हिंदुस्तान आया। इसकी जांच कराई जाए। सीमा पर सुरक्षा बल क्या कर रहे थे। वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद और राजभर दोनों को नौटंकी कहा। बोले, इन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता है। समरपाल सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोई आपातकाल लागू नहीं है। उसके बावजूद विपक्षीय नेताओं को संभल जाने से रोका जा रहा है। कहा कि हम जेल में मिलने के लिए गए थे। जेल अधीक्षक ने हमें अलग से मिलने की इजाजत दी थी। लेकिन हमारे मिलने की वजह से जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया। यह तानाशाही नहीं तो और क्या है। कहा कि जेल में बंद लोगों से मुलाकात करके बातचीत की है उसकी रिपोर्ट हम अखिलेश यादव को सौंपेंगे। उसके बाद विधानसभा में यह मुद्दा उठेगा। कहा कि जेल में बंद लोगों को इतनी बुरी तरह पीटा गया है, वह खड़े भी नहीं हो पा रहे हैं।

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