Etawah: मकान में बने दवा गोदाम में लगी भीषण आग, दंपति और बच्ची झुलसे, अस्पताल में भर्ती...लाखों का हुआ नुकसान
बसरेहर, इटावा, अमृत विचार। कस्बा बसरेहर नहर कोठी के पास एक मकान के अंदर दवा के गोदाम में शॉर्ट सर्किट से अचानक से भीषण आग लग गई। घटना की जानकारी पर आसपास के लोग पहुंच गए। गृह स्वामी के परिवार को पड़ोस के मकान से सीढ़ी लगाकर छत के रास्ते से बाहर निकाला गया। घटना की जानकारी पर बसरेहर थाना पुलिस, दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। आग से झुलसे हुए लोगों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। गंभीर हालत में गृह स्वामी रतन पोरवाल को सैफई मेडिकल रेफर किया गया।
दमकल के तीन वाहनों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घर के बेसमेंट में मेडिकल स्टोर की दवाइयां का स्टॉक रखा हुआ था। आग से करीब दस लाख रूपये के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रह है। बुधवार रात करीब सवा 9 बजे बसरेहर ब्लॉक के नहर कोठी के पास स्थित रतन पोरवाल के मकान के बेसमेंट में अचानक से आग लगने लगी। तेज धुएं से गृह स्वामी रतन ने जब नीचे जाकर देखा तो बुरी तरीके से आग लगी हुई थी। उसने घर का मुख्य द्वार का शटर खोल कर बाहर आने का प्रयास किया। जिसमें वह और उसका परिवार बुरी तरीके से झुलस गया।
घटना की जानकारी होते ही आसपास के लोगों ने पड़ोस के मकान से 55 वर्षीय रतन पोरवाल उनकी 52 वर्षीय पत्नी सुधा पोरवाल व 13 वर्षीय बच्ची वैश्वी को सीढ़ी लगाकर बाहर निकाला। घर का शटर तोड़कर आसपास लगे सबमर्सिबल पंप से आग बुझाने का प्रयास किया। घटना की जानकारी पर इटावा और सैफई फायर स्टेशन से पहुंचे दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूर्ण तरीके से काबू पाया। घायलों को बसरेहर सीएचसी उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने रतन को गंभीर हालत में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर कर दिया।
वहीं उनकी पत्नी सुधा और बच्ची को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक रतन पोरवाल बसरेहर क्षेत्र में एक बड़े मेडिकल स्टोर के संचालक हैं। मेडिकल स्टोर की दवाइयां का स्टॉक घर में बने गोदाम में रखा हुआ था। शॉर्ट सर्किट से इतनी भीषण आग लगी कि घर के लैंटर भी चटक गए और दीवारें सफेद पड़ गई।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुभाष चौधरी ने बताया कि मकान में फंसे लोगों को ऊपर से निकाल लिया गया है। इटावा और सैफ़ई से फ़ायर सर्विस यूनिट द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर आग को पूर्ण रूप से काबू पाया गया। मकान में तीन लोग थे जिनको आसपास के लोगो के द्वारा बाहर निकाला गया था। जिनको उपचार के लिए सीएचसी बसरेहर भेजा गया। सीएचसी बसरेहर के डॉ. विकास सचान के अनुसार रतन पोरवाल जोकि लगभग 15 प्रतिशत झुलस गये थे। उनको सैफ़ई मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया गया है।
