बदायूं : एसडीएम कार्यालय में लेखपाल व भाजपा बूथ अध्यक्ष में मारपीट, लेखपाल निलंबित
संपूर्ण समाधान दिवस में हुई थी चकरोड पर कब्जा की शिकायत, लेखपाल ने स्थलीय निरीक्षण करके भी नहीं की कार्रवाई
सहसवान, अमृत विचार। तहसील सहसवान परिसर में एसडीम के चैंबर से निकले लेखपाल मोहर सिंह यादव और गांव असलौर से भाजपा के बूथ अध्यक्ष मुकेश चंद के बीच गाली-गलौज और हाथापाई हुई। मौके पर भीड़ जमा हो गई। राजस्व कर्मी और एसडीएम के सुरक्षाकर्मियों ने जैसे-तैसे दोनों को अलग किया। लेखपाल को एसडीएम के स्टैनो कार्यालय और बूथ अध्यक्ष को तहसीलदार कार्यालय ले जाकर बंद किया। प्रभारी निरीक्षक तहसील पहुंचे। बूथ अध्यक्ष ने एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर लेखपाल का मेडिकल परीक्षण कराने की मांग की। एसडीएम प्रेमपाल सिंह ने लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
सहसवान के लेखपाल मनोहर सिंह यादव के क्षेत्र के गांव असलौर निवासी देवपाल पुत्र हरपाल ने कुछ दिन पहले संपूर्ण समाधान दिवस में चकरोड संख्या 466 पर ग्राम प्रधान शीला देवी पत्नी सज्जन उर्फ भीकम सिंह की शह पर सज्जन के भाई जसवीर के कब्जा करने की शिकायत की थी। कहा था कि चकरोड को अपने खेत में मिला लिया है। चकरोड के लगभग सौ यूकेलिप्टिस को वह बेचना चाहते हैं। शिकायत करके देवपाल ने चकरोड खुलवाने की मांग की थी। जिसपर हल्का लेखपाल मनोहर सिंह यादव तीन दिन पहले चकरोड की पैमाइश करने गए थे लेकिन उन्होंने कब्जा नहीं हटवाया। जिसपर भाजपा के बूथ अध्यक्ष मुकेश चंद ने एसडीएम को फोन करके इस बारे में जानकारी दी थी। एसडीएम ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे लेखपाल और बूथ अध्यक्ष और देवपाल को अपने कार्यालय पर बुलाया था। आरोप है कि कार्यालय जाने से पहले लेखपाल मनोहर सिंह यादव शराब के नशे में थे। इसके बाद भी वह और बूथ अध्यक्ष, देवपाल एसडीएम कार्यालय पहुंचे। बताया जा रहा है कि वहां लेखपाल एसडीएम के पूछे सवालों का सही से जवाब नहीं दे सके। जिसके चलते एसडीएम ने दोनों पक्ष को एक घंटे के बाद फिर आने की बात कहकर वापस कर दिया। वह दोनों कार्यालय से बाहर निकले। एसडीएम स्टैनो कार्यालय के सामने दोनों में गाली-गलौज और हाथापाई होने लगे। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। वहां बैठे फरियादी इधर-उधर भागने लगे। कर्मचारियों ने दोनों में बीच बचाव कराया। पुलिस को सूचना दी। प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वहीं सूचना मिलने पर लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष ज्ञानेंद्र यादव, मंत्री सतपाल सिंह यादव एसडीएम से मिले। काफी देर तक बात चलती रही। बूथ अध्यक्ष ने लेखपाल पर शराब पीने, गाली-गलौज, मारपीट, जान से मारने के प्रयास का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। वहीं लेखपाल ने भी बूथ अध्यक्ष और अज्ञात पर जानलेवा हमला का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित करते हुए तहसीलदार शर्मनानंद को जांच सौंपी है। एसडीएम ने पुलिस को लेखपाल, बूथ अध्यक्ष व उनके साथ आए लोगों पर कार्रवाई करने को निर्देशित किया है। लेखपाल ने बताया कि लेखपाल को निलंबित किया गया है। जांच की जा रही है।
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