Bareilly: शादी के 4 दिन बाद भागी दुल्हन, दो बहुओं के भगाने पर बौखलाया ससुर, इकलौते पोते की गोली मारकर कर दी हत्या
बरेली/भमोरा, अमृत विचार : शादी के चार-पांच दिन बाद ही पुत्रवधू के घर छोड़कर भाग जाने से गुस्साए बुजुर्ग ने शुक्रवार को बिचौलिए की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक आरोपी का रिश्ते का पौत्र भी था। पुलिस ने आरोपी बुजुर्ग को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना शुक्रवार शाम 5 बजे भमोरा के गांव इस्लामाबाद में हुई। गांव के अमरपाल के मुताबिक उनका 19 वर्षीय बेटा अखिलेश घर के पास रास्ते में खड़ा था, तभी उनके रिश्ते के ताऊ पुत्तन यादव ने तमंचे से उस पर गोली चला दी। गर्दन में गोली लगने के बाद अखिलेश कुछ दूर तक भागा, फिर गिर गया।
पुत्तन दूसरी गोली मारने के लिए तमंचा लोड कर अखिलेश के पीछे दौड़ा, लेकिन तभी उन्होंने दौड़कर उसे दबोच लिया और उसके हाथ से तमंचा और कारतूस छीन लिए। इसी बीच वह जमीन पर गिरे बेटे को देखने लगे तभी पुत्तन भाग निकला। देर शाम पुलिस ने उसे गांव के पास से ही गिरफ्तार कर लिया। वह एक पुआल के ढेर में छिपा हुआ था।
गांव के लोगों ने बताया कि पुत्तन के दो बेटे और दो बेटियां हैं। एक बेटे और दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटे की शादी काफी समय से नहीं हो रही है। तीन साल पहले पुत्तन ने बड़े बेटे मनीष की शादी गोरखपुर से की थी लेकिन कुछ ही दिन बाद उसकी पत्नी चली गई और फिर नहीं आई। डेढ़ साल पूर्व पुत्तन ने अखिलेश के जरिए दोबारा मनीष की शादी तय की। करीब डेढ़ लाख खर्च कर शादी की लेकिन दूसरी पत्नी भी चार दिन बाद ही चली गई।
पुत्तन को शक था कि उसकी दोनों बहुओं के भागने में अखिलेश का ही हाथ हैं। वह उससे शादी में खर्च की रकम मांगने लगा। गांव में उपहास का पात्र बन जाने की वजह से उससे रंजिश भी मानने लगा। शुक्रवार को वह शराब के नशे में तमंचा लेकर घर से निकला था। रास्ते में अखिलेश दिखाई दिया तो बौखलाकर उसे गोली मार दी। एसपी सिटी मानुष पारीक ने भी मौका मुआयना किया। फोरेंसिक टीम ने भी भमोरा पुलिस के साथ मौके पर साक्ष्य जुटाए।
इकलौते बेटे की मौत से बिखरा अमरपाल का परिवार
आईटीआई में पढ़ाई कर रहा अखिलेश अमरपाल का इकलौता बेटा था। परिवार के लोग उसकी शादी की तैयारी कर रहे थे। रिश्ते वाले भी घर पर आने लगे थे। शुक्रवार को रिश्ते के बाबा पुत्तन ने ही उसकी हत्या कर दी। अखिलेश की मौत से अमरपाल और उनकी पत्नी गहरे सदमे में आ गए हैं। गांव के लोगों ने बताया कि अखिलेश होनहार था और पढ़ाई के साथ पिता के काम में भी हाथ बंटाता था। पुत्तन के उस पर गोली चलाने से पूरा गांव में हैरत में है।
एक ही गांव में है पुत्तन और अमरपाल की ससुराल
पुत्तन और अमरपाल दोनों की ससुराल भमोरा के गांव तिरकुनिया में है। दोनों इफको फैक्ट्री में साथ-साथ काम करते थे। दोनों बहुओं के चले जाने से पुत्तन इतना बौखला गया था कि वह अखिलेश को ही इसका गुनहगार समझने लगा था। करीब 70 साल की उम्र होने के बावजूद उसने शराब के नशे में कई बार अखिलेश को जान से मारने की धमकी दी थी। बुजुर्ग होने के कारण अखिलेश और अमरपाल ने पुत्तन की धमकियों को गंभीरता से नहीं लिया। यही अखिलेश की जिंदगी पर भारी पड़ गया।
भमोरा के गांव इस्लामाबाद में रिश्ते के बाबा ने अपने पौत्र की गोली मारकर हत्या कर दी है। साक्ष्य एकत्र करने के बाद आरोपी को आला-ए-कत्ल के साथ पकड़ लिया गया है। पुलिस विधिक कार्रवाई कर रही है- मानुष पारीक, एसपी सिटी।
यह भी पढ़ें-Bareilly: स्मार्ट सिटी में इधर-उधर ताक रहे हैं 260 सीसीटीवी कैमरे, गतिविधियां भी नहीं हो रहीं रिकॉर्ड
