रामपुर: जेल से आजम खां ने लिखा ऐसा पत्र, जनिए क्यों मची है राजनीतिक हलचल...

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Published By Bhawna
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इंडिया गठबंधन से कहा कि खुलकर नीति और स्थिति करें स्पष्ट

रामपुर, अमृत विचार। पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां का सीतापुर जेल से लिखा गया पत्र मंगलवार की शाम सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। आजम खां द्वारा जेल से लिखे गए पत्र को सपा के जिला अध्यक्ष अजय सागर ने जारी किया है। सपा के जिला अध्यक्ष ने बताया कि आजम खां ने पत्र के माध्यम से अपना संदेश जारी किया है। पत्र में रामपुर और संभल में हुए राजनीतिक अन्याय और मुस्लिम नेतृत्व को कमजोर करने की साजिश पर गहरी चिंता जताई गई है।

पत्र में कहा गया है कि रामपुर की घटनाएं मुस्लिम नेतृत्व को मिटाने की कोशिश का एक हिस्सा हैं और इन घटनाओं पर इंडियन गठबंधन की खामोशी से मुसलमानों को अपने भविष्य और अधिकारों पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है। पत्र में यह भी कहा गया है कि मुसलमानों के वोट का यदि कोई अर्थ नहीं है और उनके लिए दमन का कारण बन रहा है तो उन्हें यह विचार करना होगा कि उनके वोट का अधिकार रहना चाहिए कि नहीं। पत्र के अंत में लिखा है कि साजिश के तहत मुसलमानों को अलग-थलग किया जा रहा है और धर्मस्थलों को विवादित बनाकर उन्हें समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। आजम खां ने इंडिया गठबंधन से खुलकर अपनी नीति और स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। आजम खां के इस पत्र को राजनीति के जानकार कई अर्थों में देख रहे हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर राजनीति के एक दिग्गज ने बताया कि आजम खां राजनीति में हलचल मचा दी है। नगीना के सांसद का उनके बेटे से हरदोई जेल में मिलना, उनकी पत्नी से रामपुर के मोहल्ला घेर मीरबाज खां स्थित घर पर जाकर मिलना और सीतापुर जेल में आजम खां से मिलना राजनीति की नई बिसात भी हो सकती है। क्योंकि आजम खां ने जेल से लिखे गए पत्र से इंडिया गठबंधन से खुलकर अपनी नीति और स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।

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