संभल : मृतकों का बीमा कराकर रकम हड़पने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़, सरगना सहित 2 सदस्य गिरफ्तार...12 अभी फरार
पुलिस ने आरोपियों से 11 लाख 45 हजार के साथ ही 19 डेबिट व क्रेडिट कार्ड बरामद किए, उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश तक फैला है गिरोह के सदस्यों का नेटवर्क

बहजोई में पुलिस गिरफ़्त में आरोपी व जानकारी देते एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई
बहजोई/संभल/अमृत विचार। संभल संभल के रजपुरा थाने की पुलिस व क्राइम ब्रांच टीम ने मृतकों व कैंसर जैसी बीमारी से पीड़ित लोगों का बीमा कराकर फर्जी तरीके से क्लेम की धनराशि हड़पने वाले अंतरराजीय गिरोह का भंड़ाफोड़ किया है। गिरोह के सरगना सहित दो सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से 11लाख 45 हजार रुपए, 19 डेबिट व क्रेडिट कार्ड, 3 आईडी 4 मोबाइल व एक स्कॉर्पियो बरामद की है। गिरोह के 12 सदस्य अभी फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि 17 जनवरी को रजपुरा थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध स्कॉर्पियो कार को रोका गया था। जिसमें 11 लाख 45 हजार रुपए कैश, 19 डेबिट व क्रेडिट कार्ड बरामद हुए। शक आधार पर इस स्कॉर्पियो गाड़ी से ओंकारेश्वर मिश्रा कारन पुत्र ओमप्रकाश मिश्रा निवासी फुलवरिया थाना कैंट जनपद वाराणसी व अमित पुत्र हीरालाल निवासी मस्जिद मोहल्ला बबराला थाना गुन्नौर हाल निवासी अलीपुर चोपड़ा थाना गजरौला जनपद अमरोहा को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में इन्होंने बीमा क्लेम के फर्जीवाड़े का जो सच बताया उसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई।
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने बताया कि फर्जी तरीके से बीमा की पॉलिसी करते थे। मृत लोगों का बीमा कराकर क्लेम ले लेते थे। कैंसर व अन्य गंभीर बीमारों का भी बीमा करा देते थे। जब लोग मर जाते थे तो और पॉलिसी का पैसा आता था तो कुछ पैसा पॉलिसी धारक को देते थे और बकाया पैसा आपस में बांट लेते थे। एसपी ने बताया दोनों लोगों के खिलाफ थाना रजपुरा पर कार्रवाई करते हुए जेल भेजने का काम किया जा रहा है। इनके पास से 1145000 के अलावा एक स्कॉर्पियो कार, डेबिड व क्रेडिट कार्ड बरामद किए गए हैं। इनके 12 सदस्य अभी फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
जानलेवा बीमारी से ग्रसित व मृतक मृतकों के नाम पर करते थे बीमा
बहजोई। एसपी ने बताया कि इनका नेटवर्क बहुत ही ज्यादा यह ग्रामीण इलाकों में ऐसे लोगों को तलाश करते थे जो जानलेवा बीमारी जैसे कैंसर की बीमारी हो या ऐसी बीमारी कि कुछ दिनों में पॉलिसी धारक मृतक होने वाला हो। फिर इनकी बीमा पॉलिसी किया करते थे। बीमा की पॉलिसी का प्रीमियम भी खुद ही दिया करते थे। काम इतने शातिर तरीके से करते थे कि बैंकों से लेकर मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने तक उनकी पूरी सेटिंग होती थी। जब पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती थी तो यह उनके खाते में अपने मोबाइल नंबर को जोड़ा करते थे। जब पैसा आ जाता था तो कुछ पैसा बीमा पॉलिसी धारक के परिजनों को देते थे। बकाया पैसा आपस में बांट लेते थे।
उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश तक फैला है आरोपियों का नेटवर्क
बहजोई। एसपी ने बताया कि इनका नेटवर्क बहुत ही लंबा है यह उत्तर प्रदेश के साथ-साथ मध्य प्रदेश उत्तराखंड सहित कई राज्यों में काम करते थे। यह लोग दो तरीके से फर्जी बीमा करवाते थे। अब पूरे मामले की जांच की जा रही है। जहां-जहां भी इन लोगों का नेटवर्क फैला है और जो जो लोग इसमें शामिल है। उन्हें पुलिस तलाश करने का काम कर रही है। अभी तक 12 लोगों के नाम सामने आए हैं। इन लोगों को पुलिस तलाश कर रही है। जल्द ही इन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
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