साइबर ठगों को पकड़ने में बेबस पुलिस, 23 दिन में खातों से उड़ाए 4.01 करोड़ 

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: वर्ष की शुरूआत से ही साइबर अपराधियों ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। शुरू के पहले 23 दिन में ही 17 लोगों के खाते से 4.01 करोड़ रुपये साफ कर दिये। इन सभी मामलों में पांच लाख रुपये से अधिक की ठगी हुई। 16 मामले साइबर क्राइम और एक अलीगंज थाने में दर्ज किया गया है। साइबर क्राइम टीम सभी मामलों की जांच कर रही है। ये वो मामले हैं जो दर्ज हुए हैं वहीं कई ऐसे भी मामले होंगे जिनकी अभी तक रिपोर्ट दर्ज तक नहीं हुई है। 

साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव के मुताबिक अब तक 16 मामले दर्ज किये गये हैं। इसमें सरोजनीनगर के धर्मवीर रावत से 92 और सुशांत गोल्फ सिटी के मोहित चतुर्वेदी से 88 लाख रुपये की ठगी की रिपोर्ट शामिल है। इसके अलावा सिपाही अभिषेक सिंह से 13.33 लाख रुपये, सआदतगंज के सचिन कश्यप से 14.27 लाख, आशियाना के अंकित सिंह 5.02 लाख, तेलीबाग के रिटायर्ड सुबेदार राकेश सिंह से 9.35 लाख, हसनगंज के विनीत कुमार से 30 लाख, कर्नाटक निवासी सैन्यकर्मी से 40 लाख, इंदिरानगर के रिटायर्ड एचएएल कर्मी विभाकर नाथ्र श्रीवास्तव 9.64 लाख, जानकीपुरम के दिवाकर सिंह से 16.25 लाख, विभूतिखंड की आरती प्रजापति 5.73 लाख, मड़ियांव के आरजूनगर की नीलम गुप्ता से 7.48 लाख, भिठौली की उमेया खान से दस लाख रुपये ठगी की गई है। वहीं, अलीगंज के त्रिवेणीनगर निवासी कुश झिंगरन 17 लाख रुपये जालसाजों के बताये गये अलग-अलग खाते में जमा कराये। कुश ने अलीगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

दो को डिजिटल अरेस्ट कर 33.40 लाख ठगे

वर्ष के शुरूआती दिनों में दो लोग डिजिटल अरेस्ट के शिकार हो गये। इसमें मानकनगर की डॉ. अनुरुपा राय और इंदिरानगर के दीपक राज शामिल है। साइबर ठगों ने डॉ. अनुरुपा राय से 13.40 लाख और दीपक राज से 30 लाख रुपये ठगे। साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।

लोगों को कर रहे जागरूक

साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव के मुताबिक साइबर अपराध से बचने के लिए लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगातार वीडियो और पोस्टर लगाये जा रहे हैं। उन्होंने कई प्रमुख बिंदुओं पर सावधानी बरतने की अपील की है।

क्या करें :

- वेबसाइट खोलने से पहले सुनिश्चित करें कि यह “https” से शुरू हो रही है।
- पासवर्ड मजबूत और यूनिक बनाएं और नियमित रूप से बदलें।
- अपने सभी ऑनलाइन खातों के लिए एक अलग पासवर्ड का उपयोग करें।
- बैंकिंग, ईमेल और सोशल मीडिया के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का इस्तेमाल करें।
- केवल आधिकारिक और प्रमाणित वेबसाइट से सॉफ़्टवेयर डाउनलोड करें।
- सोशल मीडिया पर केवल भरोसेमंद लोगों को ही फ्रेंड लिस्ट में जोड़ें।
- फ्री वाई-फाई का उपयोग करते समय संवेदनशील जानकारी न डालें।
- अपने मोबाइल और कंप्यूटर में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें।
- अपने सोशल मीडिया अकाउंट को प्राइवेट रखें।
- नियमित रूप से अपने बैंक खातों और ऑनलाइन लेनदेन की निगरानी करें।
- मोबाइल और कंप्यूटर को समय-समय पर अपडेट करें।
- सोशल मीडिया पर कोई भी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।
- स्पैम और फिशिंग ईमेल को तुरंत डिलीट करें।
- संदेहास्पद कॉल्स और संदेशों से सतर्क रहें।
- ऑनलाइन खरीदारी के लिए विश्वसनीय वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें।
- बच्चों को इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग सिखाएं।
- संवेदनशील दस्तावेज़ों की डिजिटल प्रतिलिपि को पासवर्ड से सुरक्षित रखें।
- अपने ईमेल और अन्य खातों के लिए लॉगआउट करना न भूलें।
- सार्वजनिक कंप्यूटर पर पासवर्ड सेव न करें।
- ऑनलाइन गेम्स में भी अपनी जानकारी सुरक्षित रखें।

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