FIITJEE Scam: लखनऊ में भी अभिभावकों को करोड़ों का चूना लगाकर फिटजी ने ताला लटकाया
लखनऊ, अमृत विचार: देश के टॉप तकनीकी संस्थानों में प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने वाला फिटजी कोचिंग के केंद्रों पर ताला लटक गया है। भोपाल, इंदौर के बाद लखनऊ में भी गत एक सप्ताह से फिटजी कोचिंग के तीन केंद्रों पर ताला बंद है और शिक्षक व कर्मचारी नदारद है। कटौता झील, आशियाना और अलीगंज में कोचिंग के तीनों केंद्रों पर 4 से 6 जनवरी के बीच ताला बंद कर दिया गया है। प्रांरभिक जानकारी के अनुसार कोचिंग संस्थान आर्थिक संकट से जूझ रहा था। जिसके कारण देश भर में संचालित अपने सभी केंद्रों को बंद कर दिया है। राजधानी लखनऊ के अलीगंज थाने पर अभिभावकों ने मामला दर्ज करने को लेकर प्रार्थना पत्र दिया है।
लखनऊ केंद्र के एक कर्मचारी के अनुसार दीपावली के बाद से कोचिंग में प्रवेश बंद कर दिया गया था। इसके अलावा कोचिंग में कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों का कई महीनों से वेतन भुगतान भी नहीं किया जा रहा था। लखनऊ स्थित कोचिंग के तीनों केंद्रों पर करीब 700 विद्यार्थी इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे थे। जिसमें कक्षा 9 से लेकर 12 वीं तक के विद्यार्थी शामिल थे। औसतन एक विद्यार्थी से वार्षिक कोचिंग फीस के तौर पर ढ़ाई लाख रुपए एकमुश्त वसूला जाता था। अनुमान है कि लखनऊ के तीनों केंद्रों से वार्षिक आय करीब 18 करोड़ रुपए सालाना थी।
दीपावली के बाद से प्रवेश बंद हो गया था
कटौता झील कोचिंग सेंटर पर मौजूद गार्ड ने बताया कि यहां पर दीपावली के बाद से ही नए विद्यार्थियों का प्रवेश बंद कर दिया गया था। इस केंद्र में काम कर रहे 72 शिक्षक को और 50 से अधिक कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा था। जिसे लेकर कर्मचारियों और मैनेजमेंट के बीच में लगातार खींचतान चल रहा था। पिछले 6 जनवरी को कटौता झील केंद्र को भी बंद कर दिया गया। जबकि आशियाना और अलीगंज सेंटर को 4 जनवरी को बंद करने का नोटिस लगा दिया गया था। बीते गुरुवार रात को कठौता झील केंद्र की बिजली भी आधिकारिक तौर पर बिल्डिंग के मालिक द्वारा कटवा दी गई।
तीन केंद्रों से करीब 18 करोड़ की सालाना फीस वसूली
लखनऊ के तीनों सेंटर्स में करीब 700 छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे थे। जिसमें कक्षा 9 से लेकर 12 वीं तक पढ़ने वाले विद्यार्थी शामिल थे। एक विद्यार्थी की सालाना फीस एकमुश्त करीब ढाई लाख रुपए फीस ली जाती थी। तीनों संस्थानों से कुल मिलाकर 18 करोड रुपए से अधिक की फीस सालाना वसूल की जाती थी। इसके अलावा फिटजी मैनेजमेंट की तरफ से राजधानी के कई बड़े स्कूलों में भी इंटरमीडिएट लेवल के बच्चों को इंजीनियरिंग की तैयारी करने के लिए अलग से पढ़ाया जाता था। इसके लिए बाकायदा संस्थान और स्कूल के बीच में मोटी रकम के आधार पर समझौता ज्ञापन होता था।
12 साल पहले शुरू हुआ था सेंटर
12 साल पहले इस कोचिंग की शुरुआत गोमती नगर स्थित स्कॉलर होम स्कूल में किराए पर बिल्डिंग लेकर की गई थी। यहां पर बच्चों को इंजीनियरिंग की तैयारी कराई जाती थी। आरंभिक दिनों में कोचिंग द्वारा कम फीस का प्रलोभन देकर बच्चों को प्रवेश दिलाया गया था। बीते 12 सालों में फिटजी राजधानी लखनऊ में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा क्रैक करने में सबसे अग्रणी संस्थानों में से एक माने जाने लगा।
जेईई मुख्य परीक्षा शुरू होते ही बंद कर दिया केंद्र
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से ज्वाइंट एंटरेंस एक्जाम (जेईई मैस) का आयोजन 22 जनवरी को किया गया इसके बाद अप्रैल में जेईई मैस के दूसरे चरण का आयोजन होना है। मई के आखिरी सप्ताह में जेईई एडवांस की परीक्षा होनी है। ऐसे में परीक्षा का समय आया तो संस्थान पर ताला लटक गया।
जो बच्चे पूरे साल की फीस जमा कर चुके थे, उनका जून तक का कोर्स अभी बाकी था इन बच्चों को 25,000 रुपया फीस लेकर के दूसरे संस्थानों में प्रवेश दिलवाया गया है।
निखिल रस्तोगी, अभिभावक
दो साल का कोर्स का 2 लाख 86 हजार रुपया जमा किया था। पैसा डूब गया है। इसे लेकर कुछ अभिभावकों ने अलीगंज थाने पर प्रार्थना पत्र दिया है।
सचिन कुमार रस्तोगी, अभिभावक
3 लाख 25 हजार रुपया जमा किया था लेकिन कोचिंग बंद होने से पैसा डूबता दिखाई दे रहा है। अचानक पता चला कि कोचिंग बंद कर दिया गया है। पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है।
कैफुल वरा, अभिभावक
लाखों रुपए डूबते दिखाई दे रहें हैं। सबसे बड़ी बात बच्चों का भविष्य खराब हो गया उनकी तैयारी अधूरी रह गई। जब परीक्षाएं सिर पर है तो कोचिंग संस्थान ने धोखा दिया है। इसे लेकर हमलोग कानूनी पहलू पर भी विचार कर रहे हैं।
पूर्णेश शुक्ला, अभिभावक
फिटजी से जुड़े कुछ शिक्षक एक साथ एक प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान में शिफ्ट हो गए हैं। यहां के सभी छात्रों को कन्वेंस कर दूसरे संस्थानों में प्रवेश दिलाने की कोशिशें लगातार की जा रही है। हमारा तो लाखों का नुकसान हुआ है।
नीरज श्रीवास्तव, अभिभावक
पांच लोग की कोचिंग को लेकर शिकायत मिली है। इसकी जांच की जा रही है, जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
विनोद कुमार तिवारी, निरीक्षक, अलीगंज थाना
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