Kanpur: तीन इलेक्ट्रिक बसें खाक, चुप्पी साधे बैठे रहे अधिकारी, न RTO ऑफिस में सरेंडर नहीं की आरसी, न आग बुझाने का सबूत लिया

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
On

जमीर सिद्दीकी, कानपुर। चकेरी स्थित इलेक्ट्रिक बस डिपो में आग लगने से तीन इलेक्ट्रिक बसें खाक हो गईं लेकिन इसकी जानकारी इलेक्ट्रिक बसों के जिम्मेदारों ने न तो आरटीओ को दी और न ही फायर विभाग से आग बुझाने का कोई सूबत लिया। इस वजह से इन बसों की आरसी सरेंडर नहीं हो पा रही है। ये बसें कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के माध्यम से नगर विकास द्वारा संचालित की जाती हैं। बीते दिनों संभागीय परिवहन अधिकारी ने इलेक्ट्रिक बस के जिम्मेदारों को नोटिस भेजा कि बसों का टैक्स तुरंत जमा करें। 

नोटिस के बाद मंगलवार को इलेक्ट्रिक बसों की देखरेख करने वाले सुरेंद्र कुमार संभागीय परिवहन कार्यालय पहुंचे और सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन आलोक कुमार सिंह से मुलाकात की। उन्हें बताया कि अक्टूबर 2023 में आग लगने से चकेरी स्थित इलेक्ट्रिक बस डिपो में तीन बसें खाक हो गयी थीं, इन बसों की आरसी सरेंडर करना है। 

एआरटीओ प्रशासन ने कहा कि जिस समय आग लगी थी, क्या डिपो ने इसकी जानकारी आरटीओ को दी थी। एआरटीओ ने दूसरा सवाल दागा कि फायर विभाग ने आग बुझाई होगी, क्या उसका कोई प्रमाण है। इस पर इलेक्ट्रिक बस डिपो से आए अधिकारी अवाक रह गए क्योंकि इलेक्ट्रिक बस डिपो ने आग लगने की घटना की जानकारी न तो आरटीओ को दी थी और न ही फायर से आग बुझाने का कोई सबूत लिया था।

सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन आलोक कुमार सिंह ने जब खाक हो चुकी तीनों इलेक्ट्रिक बसों का ब्यौरा निकलवाया तो पता चला कि आरटीओ के कागज में तो बसें चल रही हैं। एआरटीओ ने कहा कि बस खाक होने का सबूत देना होगा और साथ ही 70,000 रुपये से अधिक का बकाया टैक्स देना होगा। सुरेंद्र कुमार का दावा है कि उनके पास फायर द्वारा बुझाई गई आग के सबूत हैं। 

चकेरी में 2023 में तीन इलेक्ट्रिक बसें जल गई थीं। आरटीओ को इसकी सूचना क्यों नहीं दी गई, इसकी जांच की जाएगी।- अनिल कुमार, निदेशक, कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड

यह भी पढ़ें- Kanpur: अनवरगंज स्टेशन से रेंगी मालगाड़ी, क्रॉसिंगों पर लगा भीषण जाम, गेट खुलने पर यातायात का लोड निकल भी नहीं पाया

 

संबंधित समाचार