KGMU में मिल रही तारीख पर तारीख... लेकर लैट रहे मरीज, ईको जांच कराने में मरीजों का फूल रहा दम
लखनऊ, अमृत विचार: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग में 2-डी ईको जांच कराने में मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें जांच के लिए करीब दो महीने के बाद की तारीख मिल रही है। लिहाजा जांच के लिए आने वाले रोजाना करीब 100 मरीज तारीख लेकर वापस लौट रहे। इनमें से गंभीर मरीज निजी केंद्रों से महंगी दर पर जांच कराने को मजबूर हैं। शिकायत के बावजूद मरीजों की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
केजीएमयू में इलाज के लिए पूरे देश से दिल के मरीज इलाज के लिए आते हैं। लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन 500 से ज्यादा मरीज आते हैं। इनमें 50 से अधिक मरीजों को 2-डी ईको जांच कराने की जरूरत होती है। वहीं, संस्थान की न्यू ओपीडी से भी रोजाना करीब 50 मरीजों को 2-डी ईको जांच के लिए लारी कॉर्डियोलॉजी भेजा जा रहा। रोजाना जांच के नाम पर ओपीडी मरीजों को दो माह बाद की तारीख दी जा रही है।
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दिल की बीमारी से पीड़ितों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। 30 जनवरी को जांच के लिए आए मरीज कमाल बेग सहित अब्दुल और उषा देवी व अन्य को जांच के लिए 19 मार्च की तारीख दी गई। वहीं 5 फरवरी को जांच के लिए आईं उर्मिला सहित अन्य मरीजों को 26 मार्च की तारीख दी गई। समय पर जांच न होने से मरीज प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर में जांच कराने को मजबूर हैं। लारी में 2-डी ईको जांच 500 रुपये में हो रही है। जबकि प्राइवेट में यह जांच 2500 रुपये से अधिक में हो रही है। केजीएमयू में इलाज में दुश्वारियों से संबंधित शिकायत लगातार मरीज व उनके तीमारदार अधिकारियों से कर रहे हैं। फिर भी सुनवाई नहीं हो रही है।
केस-1: लखीमपुर के रहने वाले कमालबेग (63) के परिजन ने उन्हें 30 जनवरी को केजीएमयू के यूरोलॉजी विभाग की ओपीडी में दिखाया। डॉक्टर ने दिल में भी समस्या होने की आशंका जताते हुए 2-डी ईको जांच कराने की सलाह दी। जांच के लिए परिजन लारी कॉर्डियोलॉजी पहुंचे। यहां उन्हें 19 मार्च की तारीख दी गई। परिजनों ने पंजीकरण तो करा लिया,लेकिन मरीज को दिक्कत अधिक होने के कारण निजी केंद्र से जांच कराने की बात कही।

केस-2: गोंडा की रहने वाली उर्मिला देवी (59) के भी दिल से सम्बंधित समस्या है। परिजन ने उन्हें 5 फरवरी को केजीएमयू की ओपीडी में दिखाया था। डॉक्टर की सलाह पर परिजन 2-डी ईको जांच के लिए मरीज को लेकर लारी कॉर्डियोलॉजी पहुंचे। यहां उन्हें जांच के लिए 26 मार्च की तारीख दी गई। परिजन ने पंजीकरण कराया है। परिजन का कहना था कि इतनी दूर से किराया लगाकर जांच के लिए आना संभव नहीं होगा। वहीं मरीज को दिक्कत भी रोजाना बढ़ रही है। ये दो केस महज उदाहण के तौर पर दिए गए है।
संस्थान में मरीजों का दबाव अधिक है। सभी गंभीर मरीजों की जांच हो रही है। जल्द ही वेटिंग खत्म करने के प्रयास किए जाएंगे। ताकि मरीजों को तकलीफों से बचाया जा सके।
- डॉ. सुधीर सिंह,प्रवक्ता
