लखीमपुर खीरी: शारदा नदी किनारे अतरिया में खनन पट्टा निरस्त, जांच समिति की रिपोर्ट पर डीएम की कार्रवाई

लखीमपुर खीरी: शारदा नदी किनारे अतरिया में खनन पट्टा निरस्त, जांच समिति की रिपोर्ट पर डीएम की कार्रवाई
प्रतीकात्मक फोटो

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। पलिया के अतरिया में शारदा नदी के किनारे गाटा संख्या 504 पर किया गया रेत खनन का पट्टा डीएम ने निरस्त कर दिया है। अमृत विचार ने पट्टे के बाद होने वाली दिक्कतों को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। किसानों व व्यापारियों ने क्षेत्रीय विधायक के सामने भी यह समस्या उठाई थी और पट्टे को निरस्त कराने की मांग की थी। पट्टा निरस्त होने पर विधायक रोमी साहनी ने खुशी जताई है।
 
पिछले साल बरसात के समय पलिया तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में भीषण बाढ़ आई थी। यहां तक नदी का पानी नगर में भी भर गया था। किसानों और व्यापारियों ने मड पंप से खनन करने के कारण बाढ़ की समस्या उत्पन्न होने पर प्रदर्शन किया था और ज्ञापन भी दिए थे। क्षेत्रीय लोग बाढ़ की विभीषिका को शारदा नदी के किनारे हुए खनन पट्टा माना था और इसे निरस्त कराने की मांग तेज कर दी। किसान और व्यापारी भी इसको लेकर लामबंद हुए, लेकिन इसके बावजूद भी इस बार बरेली की सोबती इंफ्राटेक लिमिटेड फर्म को शारदा नदी के अतरिया ग्राम क्षेत्र में शारदा नदी के किनारे गाटा संख्या 504 पर खनन का पट्टा कर दिया गया था। इसके बाद से विधायक रोमी साहनी की खूब  किरिकरी हुई थी। वहीं  इससे यहां के किसान एवं व्यापारी नाराज चल रहे थे। वह लगातार पट्टे का विरोध करते चले आ रहे थे। अमृत विचार ने इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। क्षेत्रीय विधायक रोमी साहनी ने भी शासन प्रशासन से मांग की थी कि किया गया खनन का पट्टा तत्काल निरस्त किया जाए। शासन ने इसे गंभीरता से लिया और एक जांच समिति गठित की।

जांच समिति के  सदस्यों ने जांच में पाया कि कथित खनन पट्टा शारदा नदी के बाए किनारे एवं रेलवे लाइन के गाइड बंध से करीब 200 मीटर दूरी पर है, जो शारदा नदी के अप स्ट्रीम पर है। शारदा नदी का प्रवाह बदलने के कारण खनन पट्टा नदी के प्रवाह पथ के 600 मीटर अंदर आ गया है। वर्ष 2024 में आई भीषण बाढ़ के बाद खनन पट्टा के आसपास की भूमि कटान के कारण प्रभावित हुई है। रिपोर्ट में कहा गया कि यदि यहां पर खनन होता है तो नदी के मेंडरिंग जोन के प्रभावित होने की प्रबल संभावना है। 

जांच रिपोर्ट के बाद शासन के आदेश पर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने पट्टे का आवंटन निरस्त कर दिया है। विधायक रोमी साहनी ने कहा कि कहा कि सबसे पहले बाढ़ कटान से निपटने की तैयारियां होनी चाहिए, जिससे पलिया को फिर बाढ़ का दंश न झेलना पड़े। क्षेत्रीय किसानों एवं व्यापारियों ने इसे बड़ी राहत प्रदान करने वाला करार दिया। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि पांच वर्षीय खनन पट्टा की जांच के लिए गठित समिति के सदस्यों की रिपोर्ट पर पट्टे के आवंटन को फिलहाल अस्थायी रूप से निषेध किया गया है।

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