Kanpur: औद्योगिक क्षेत्रों में फायर स्टेशन की मांग पूरी होने की आस, उद्यमी बोले- शहर में सुधारें इन्फ्रास्ट्रक्चर
कानपुर, अमृत विचार। प्रदेश के बजट में इस बार शहर के उद्यमी औद्योगिक क्षेत्रों में फायर स्टेशन की मांग पूरी होने की उम्मीद लगाए हैं। इसकी वजह जाजमऊ और फजलगंज औद्योगिक क्षेत्र को छोड़कर अन्य कहीं फायर स्टेशन न होना है। पिछले आठ साल से लगातार मांग के बावजूद सिर्फ पनकी औद्योगिक क्षेत्र में एक अस्थाई फायर स्टेशन खुल सका है।
शहर में 11 औद्योगिक क्षेत्र हैं। इनमें नए औद्योगिक क्षेत्रों में आग लगने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंचने के लिए इंतजार करना पड़ता है। कई बार कीमती सामान जलकर खाक हो चुका है। ऐसे में प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में फायर स्टेशन बनाने से औद्योगिक इकाइयों की सुरक्षा के साथ ही उत्पादों को काफी हद तक बचाया जा सकता है।
फोम टेंडर सेंटर की मांग
उद्यमियों ने रसायन से जुड़ी इकाइयों में आग से बचाव के लिए औद्योगिक क्षेत्रों में फोम टेंडर सेंटर की भी मांग की है। उनका कहना है कि औद्योगिक क्षेत्र में रसायन से जुड़ी हजारों छोटी-बड़ी इकाइयां हैं। रासायनिक इकाइयों में आग बुझाने के लिए फोम टेंडर की जरूरत पड़ती है।
औद्योगिक क्षेत्रों में आग की घटनाओं पर तुरंत रोकथाम के उपाय बजट में होने चाहिए। आठ साल से शहर के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में फायर स्टेशन की मांग की जा रही है। इस दौरान एक हजार आग की घटनाएं औद्योगिक क्षेत्रों में सामने आ चुकी है। ज्यादातर में दमकल गाड़ियां देरी से पहुंचने के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा है। - उमंग अग्रवाल, महासचिव फीटा
35 सौ करोड़ देकर सुधारें इन्फ्रास्ट्रक्चर
औद्योगिक क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने के लिए शहर को 35 सौ करोड़ रुपये के अतिरिक्त बजट की जरूरत है। इससे औद्योगिक क्षेत्र में खराब सड़कों को दुरुस्त कराकर सीवर लाइन की विकराल समस्या का हल होगा। हाईवे से औद्योगिक क्षेत्रों को सड़क मार्ग से लिंक करने का काम भी पूरा हो सकेगा।
औद्योगिक क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारा जाना बहुत जरूरी है। मूलभूत सुविधाएं न होने से बरसात के मौसम में इकाइयों के भीतर तक जलभराव हो जाता है। टूटी सड़क, हाईवे से कनेक्टविटी न होने की समस्या का रोज सामना करना पड़ता है। बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार के लिए शहर को विशेष पैकेज मिलना चाहिए। - अभिषेक अग्रवाल, एमएसएई उद्यमी
