पीलीभीत: नवजात की मौत के मामले ने पकड़ा तूल, पैनल से कराया गया पोस्टमार्टम, जांच के लिए कमेटी गठित
पीलीभीत, अमृत विचार: निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान नवजात की मौत के मामले में प्रशासन सख्त हुआ है। शव का पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। वहीं, डीएम और राज्य महिला आयोग की सदस्य से शिकायत होने के बाद जांच कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी में एक मजिस्ट्रेट भी शामिल किया है। कमेटी ने अस्पताल से महिला के इलाज संबधी अभिलेख तलब किए हैं। इधर, पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम चंदोई के निवासी राजीव कुमार ने बताया कि एक मार्च को उन्होंने अपनी पत्नी अंजलि मौर्य को प्रसव पीड़ा होने पर धुनों वाले चौराहा पर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। आरोप है कि डॉक्टर ने महिला की जबरन नॉर्मल डिलवरी करने का दबाव बनाया और नवजात की जान ले ली। परिवार का कहना था कि पहले ही ऑपरेशन करने के लिए बोल दिया था, लेकिन डॉक्टर मनमानी करती रही।
परिवार के हंगामे पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया था। परिजन ने कोतवाली में तहरीर देने के साथ ही डीएम संजय कुमार सिंह और राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता सैनी से शिकायत की थी। जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया है। डीएम ने शव का पैनल से पोस्टमार्टम कराने के आदेश दिए। रविवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया। हालांकि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट देर शाम तक तक तैयार नहीं हो सकी। पुलिस भी अग्रिम कार्रवाई के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
इधर, एफआईआर से पहले मामले में जांच करने के लिए कमेटी गठित की गई है। जिसमें एक मजिस्ट्रेट और सीएमओ डॉ.आलोक कुमार को शामिल किया गया है। टीम ने महिला के इलाज संबधित अभिलेख और प्रसव के दौरान दिए गए इंजेक्शन व अन्य दवा का भी ब्योरा मांगा है। कोतवाल राजीव कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा। इस मामले में जांच चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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