शाजहांपुर: बाघ ने माती माफी गांव में घुसने की कोशिश, शोरगुल के बाद गन्ने के खेत में भागा
खुटार, अमृत विचार: खुटार वन रेंज व पीलीभीत के थाना सेहरामऊ उत्तरी के गांव माती माफी में रविवार को बाघ गांव में पहुंच गया और एक घर में घुसने का प्रयास किया। शोरगुल के बाद गन्ने के खेत में चला गया। वहीं रेंजर मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि टीम लगातार क्षेत्र में कांबिंग के साथ ही लोगों को सचेत कर रही है। सोमवार को बाघ की लोकेशन नहीं मिली है लेकिन टीम गांव में मौजूद है। उधर, ग्रामीण बाघ को पकड़वाने व जंगल की और खदेड़ने की मांग कर रहे है।
गांव माती माफी निवासी रामपाल के बेटे रंजीत कुमार ने फोन पर बताया कि उसका घर गांव से कुछ कदम की दूरी पर बाग में बना हुआ है। घर में वह और पिता, माता, बहन रहते है। इस समय गांव के पास में ही स्थित भुईहार बाबा स्थान के समीप बाघ छिपा बैठा रहता है और जानवर को भी निवाला बना चुका है। रविवार को बाघ उसके घर के नजदीक पहुंच गया।
वन विभाग की टीम मोक्ष धाम (श्मशान घाट) की तरफ मौजूद थी। लोगों के शोर मचाने पर बाघ गन्ने के खेत में चला गया। हमले की आशंका के चलते वह लोग भयभीत हैं।उधर, रेंजर मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि वह टीम के साथ लगातार कांबिंग कर रहे है। इस तरह की बात सामने नहीं आई है और लोगों को सतर्कता बरतने की अपील कर रहे है।
दहशत में ग्रामीण, पकड़ने की गुहार
माती माफी के लोगों ने बताया कि बाघ की लगातार चहलकदमी से लोग डरे-सहमे है। अगर बाघ को पकड़ा नहीं गया तो किसी पर हमला कर सकता है। लोग खेतों व रास्ते में आने जाने से कतरा रहे है। लोगों में वन विभाग के अधिकारियों के प्रति काफी रोष व्याप्त है।
टीम के साथ लगातार गांव में कांबिंग की जा रही है। दो दिनों से बाघ की लोकेशन नहीं मिली है- मनोज श्रीवास्तव, रेंजर खुटार
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