Bareilly: सर्वे में भी पुष्टि...अंधेरे से जूझ रहे हैं फरीदपुर के उद्यमी

Bareilly: सर्वे में भी पुष्टि...अंधेरे से जूझ रहे हैं फरीदपुर के उद्यमी

बरेली, अमृत विचार। फरीदपुर औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन के अध्यक्ष और उपायुक्त उद्योग के संयुक्त सर्वे में इन्वर्टिस चौराहे से फतेहगंज पूर्वी तक पथप्रकाश की व्यवस्था बेहद खराब पाई गई। सर्वे में कई और समस्याएं भी चिह्नित की गईं। अब संयुक्त रिपोर्ट डीएम को दी जाएगी।

जिला उद्योग बंधु की बैठक में फरीदपुर के उद्यमियों की ओर से इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी से फतेहगंज पूर्वी तक अंधेरा रहने का मुद्दा उठाया गया था। डीएम रविंद्र कुमार ने इसे गंभीरता लेते हुए उपायुक्त उद्योग विकास यादव को फरीदपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह और उद्यमियों के साथ संयुक्त सर्वे कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था। सोमवार देर रात उद्यमियों के साथ उपायुक्त उद्योग सर्वे के लिए निकले।

इस दौरान इन्वर्टिस चौराहे पर लगी हाई मास्ट जलती नहीं पाई गई। यहां अंधेरा भी काफी था जिससे हादसा होने की आशंका पाई गई। रामश्याम चौराहे के सामने रजऊ परसपुर चौराहे पर भी प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं मिली। रामा श्यामा रोड पर भी अंधेरा था। हाईवे पर प्रयाग मिल्क फैक्ट्री के तिराहे के पास भी यही स्थिति मिली। केसरपुरा चौराहे पर अशोका फोम फैक्ट्री के सामने लाइट लगी ही नहीं थी। इंडस्ट्रियल पार्क के अंदर जेड चौराहे पर भी अंधेरा ही मिला।
फरीदपुर टोल प्लाजा की स्थिति हैरान करने वाली मिली। यहां दोनों ओर लगी पांचों हाईमास्ट लाइटें बंद पड़ी थीं जिन्हें वाहनों से रोज लाखों का टोल वसूलने वाले एनएचएआई ने ठीक नहीं कराया था। फ्यूचर यूनिवर्सिटी के सामने कोई लाइट ही नहीं लगी थी। खंडेलवाल ऑयल फैक्ट्री के पास स्ट्रीट लाइट लगी थी लेकिन जल नहीं रही थी। सरकड़ा रोड पर और चौराहे पर भी लाइट नहीं लगी थी। तिराहे से आगे पेट्रोल पंप पर भी प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं है। सथरापुर रोड जहां कई फैक्ट्रियां हैं, वहां भी स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं थी।

उपायुक्त उद्योग विकास यादव ने बताया कि डीएम के आदेश पर इन्वर्टिस चौराहे से फरीदपुर औद्योगिक क्षेत्र तक संयुक्त सर्वे कर पथप्रकाश व्यवस्था देखी। कई जगह पथप्रकाश व्यवस्था ठप पड़ी पाई गई है। सर्वे की रिपोर्ट एडीएम सिटी को भेजी जाएगी। आगे कोई भी फैसला प्रशासन लेगा। 

फरीदपुर औद्योगिक क्षेत्र अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह ने बताया कि संयुक्त सर्वे से स्थिति साफ हो गई है। प्रकाश की व्यवस्था बेहद खराब है। करोड़ों राजस्व देने के बाद भी उद्यमी अंधेरे में सफर करते हैं। कोई हादसा हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा। उन्हें टोल भी देना पड़ रहा है। उपायुक्त उद्योग को सर्वे रिपोर्ट दी है।